यूरोपीय बाजारों से मिले सकारात्मक रुख के बीच बीएसई सेंसेक्स में मंगलवार को तेजी लौटी और यह 453 अंक उछलकर बंद हुआ। सूचना प्रौद्योगिकी और बैंक शेयरों में मजबूत सुधार का बाजार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 452.73 अंक यानी 0.99 प्रतिशत मजबूत होकर 46,006.69 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसमें 968 अंक का उतार-चढ़ाव आया। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 137.90 अंक यानी 1.03 प्रतिशत मजबूत होकर 13,466.30 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में एचसीएल टेक रही। इसमें करीब 5 प्रतिशत की तेजी आयी। इसके अलावा टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, पावरग्रिड, सन फार्मा, एल एंड टी और नेस्ले इंडिया में भी तेजी रही। दूसरी तरफ, कोटक बैंक, एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस और इंडसइंड बैंक में गिरावट का रुख रहा। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति मामलों के प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में घरेलू बाजार में तेजी आयी। मुख्य कारण आईटी शेयरों में लिवाली थी।
उन्होंने कहा कि निवेशक एक बार फिर सुरक्षित कंपनियों के शेयरों में निवेश पर गौर कर रहे हैं जो महामारी की स्थिति में मजबूत रहे हैं। इस हिसाब से आईटी, दवा, दूरसंचार और दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली (एफएमसीजी) कंपनियों पर जोर रहा।
मोदी ने कहा कि हालांकि नये कोरोनो वायरस (स्ट्रेन) की खबर वैश्विक स्तर पर बाजारों के लिये अच्छा नहीं है, लेकिन भारत अन्य देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में दिख रहा है। आने वाले दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है। यह स्थिति तबतक रह सकती है जबतक नये कोरोना वायरस को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं होती तथा टीकाकरण की प्रभावित की बात सामने नहीं आती।
जर्मनी की दवा कंपनी बॉयो-एन-टेक ने कहा कि उसे उम्मीद है कि उसका टीका नये वायरस के खिलाफ प्रभावी होगा। इससे यूरोपीय बाजारों में अच्छी तेजी आयी। वायरस का नया किस्म हाल के सप्ताहों में मुख्य रूप से लंदन और इंग्लैंड के दक्षिणपूर्व हिस्से में दिखा है। एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, सोल, हांगकांग और तोक्यो नुकसान में रहे। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा का भाव 1.67 प्रतिशत टूटकर 50.06 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।