- मुकेश अंबानी की कंपनी में 13 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश
- अबु धाबी के सावरेन निवेशक मुबाडला और निजी निवेश कंपनी सिल्वर लेक को बेची हिस्सेदारी
- फेसबुक सहित अब तक 20 फीसदी हिस्सेदारी बेच चुकी है जियो
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स की हिस्सेदारी बेचकर अबु धाबी के सावरेन निवेशक मुबाडला और निजी निवेश कंपनी सिल्वर लेक दोनों से 13,640 करोड़ रुपए की पूंजी जुटा ली है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। रिलायंस इंडस्ट्रीज अब तक कुल मिलाकर करीब 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के सौदे कर चुकी है जिससे कुल मिलाकर कंपनी को 92,202 करोड़ रुपए की प्राप्ति होगी।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि निजी निवेश कंपनी सिल्वर लेक ने उसकी डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स में अतिरिक्त 0.93 प्रतिशत हिस्सेदारी के बदले 4,546.80 करोड़ रुपए का नया निवेश किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा कि अब जियो प्लेटफॉर्म्स में सिल्वर लेक द्वारा किया गया कुल निवेश 10,202.55 करोड़ हो गया है। इससे पहले सिल्वर लेक ने चार मई को 1.15 फीसदी हिस्सेदारी के लिये जियो प्लेटफार्म्स में 5,655.75 करोड़ रुपए का निवेश किया था। सिल्वरलेक की कुल हिस्सेदारी अब बढ़कर 2.08 प्रतिशत हो गई है।
कंपनी ने शुक्रवार सुबह जारी एक अन्य बयान में अबू धाबी स्थित निवेश कंपनी मुबाडला को 9,093.60 करोड़ रुपए में 1.85 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की। उसने कहा, ‘मुबाडला इन्वेस्टमेंट कंपनी (मुबाडला) जियो प्लेटफॉर्म में 9,093.60 करोड़ रुपए निवेश करेगी। इसके लिये इक्विटी मूल्य 4.91 लाख करोड़ रुपए और उद्यम का मूल्य 5.16 लाख करोड़ रुपए आंका गया है।’
कई अन्य कंपनियों ने भी किया निवेश: इस निवेश के साथ, जियो प्लेटफार्म्स ने छह सप्ताह से भी कम समय में फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर और मुबाडाला सहित प्रमुख वैश्विक प्रौद्योगिकी निवेशकों से 92,202.15 करोड़ रुपए जुटा लिये हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज इस राशि का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में करने वाली है।
फेसबुक ने खरीदी थी हिस्सेदारी: फेसबुक ने 22 अप्रैल को जियो प्लेटफार्म्स में 43,574 करोड़ रुपए में 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी। इस सौदे के कुछ दिनों बाद दुनिया की सबसे बड़ी तकनीकी निवेशक कंपनी सिल्वर लेक ने जियो प्लेटफार्म्स में 5,665.75 करोड़ रुपए में 1.15 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी।
इसके बाद अमेरिका स्थित विस्टा इक्विटी पार्टनर्स ने 8 मई को जियो प्लेटफार्म्स में 11,367 करोड़ रुपए में 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी। वैश्विक इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक ने 17 मई को कंपनी में 6,598.38 करोड़ रुपए में 1.34 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की। इसके बाद अमेरिकी इक्विटी निवेशक केकेआर ने 11,367 करोड़ रुपए में 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी।
38 करोड़ से ज्यादा ग्राहक: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी जियो प्लेटफार्म्स एक प्रौद्योगिकी कंपनी है। रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड, जिसके पास 38.8 करोड़ मोबाइल ग्राहक हैं, वह जियो प्लेटफार्म्स की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बनी रहेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि मुबाडला सर्वाधिक कुशाग्र और परिवर्तनकारी वैश्विक निवेशकों में से एक है।
उन्होंने कहा, ‘अबू धाबी के साथ अपने लंबे संबंधों के जरिये मैंने व्यक्तिगत रूप से यूएई की ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के विविधीकरण और उसे वैश्विक रूप से जोड़ने में मुबाडला के काम के प्रभाव को देखा है। हमें उम्मीद है कि कंपनी को मुबाडला के अनुभव से फायदा होगा।’
तेज वृद्धि देख आकर्षित हो रहे निवेशक: मुबाडला इंवेस्टमेंट कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं समूह सीईओ खलादून अल मुबारक ने कहा, ‘हम तेजी से वृद्धि करने वाली कंपनियों में निवेश करने और उनके साथ सक्रिय रूप से काम करने के लिये प्रतिबद्ध हैं, जो महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करने और नये अवसरों से फायदा उठाने के लिये तकनीकी के इस्तेमाल में अग्रणी हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हमने देखा है कि जियो ने कैसे भारत में संचार और कनेक्टिविटी को पहले ही बदल दिया है, और एक निवेशक तथा साझेदार के रूप में, हम भारत की डिजिटल विकास यात्रा में मदद करने के लिये प्रतिबद्ध हैं।’ सिल्वर लेक के सह-मुख्य कार्यकारी अधिकारी (को-सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक (एमडी) एगॉन डरबन ने कहा, 'हम अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने और सहायक निवेशकों को इस अवसर के करीब लाकर उत्साहित हैं। हम व्यापक स्तर पर लोगों को उच्च तकनीकी तथा किफायती डिजिटल सेवाएं मुहैया कराने में जियो की मदद कर खुश हैं।’