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1 रुपए से समझिए बजट का गणित,जानें सरकार की आमदनी और खर्च

Updated Feb 01, 2022 | 17:56 IST

1 रुपये कहने के लिए एक रुपया होता है। लेकिन अर्थशास्त्र में इसका अपना महत्व है। यहां हम आसान तरीके से एक रुपए की गणित बताएंगे। कहने का मतलब है कि एक रुपए की कमाई में सरकार कैसे कमाती है और कैसे खर्च करती है।

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1 रुपए की आमदनी और खर्चे को आसान तरीके से समझें
मुख्य बातें
  • 1 रुपए में सबसे ज्यादा आमदनी उधार स्रोत से है।
  • 1 रुपए में सबसे ज्यादा 35 फीसदी खर्च ब्याज अदायगी है।
  • 1 रुपए में टैक्स और ड्यूटी में करीब 17 फीसदी खर्च

अर्थशास्त्र में 1 रुपए की गणित बहुत ही खास है। लाखों करोड़ों का बजट पेश किया जाता है तो आप सवाल पूछ सकते हैं कि लाखों करोड़ों में यह एक रुपया कहां से आ गया। दरअसल इस 1 रुपए की आमदनी और खर्च के जरिए ही हम किसी भी देश की आर्थिक सेहत के बारे में जानकारी पाते हैं। सामान्य तौर पर अगर किसी भी शख्स की आमदनी उसके खर्च से ज्यादा हो तो उस शख्स की आर्थिक सेहत खराब मानी जाती है। ठीक वैसे ही किसी भी देश की आर्थिक सेहत इस 1 रुपए के जरिए समझा जाता है कि सरकार को एक रुपए की कमाई और उसके कहां कहां खर्च किया जा रहा है। 

अब सवाल यह है कि आखिर 1 रुपया कहां से आता है,इस एक रुपए की कमाई में सबसे अधिक योगदान किस सेक्टर का रहता है उसे जानना जरूरी है। 

यहां से आता है

  1. नॉन डेब्ट कैपिटल रिसिट से 2 फीसदी
  2. उधार और दूसरे स्रोत से 35 फीसदी
  3. नॉन टैक्स रेवेन्यू से 5 फीसदी
  4. कस्टम से 5 फीसदी
  5. जीएसटी से 16 फीसदी
  6. कॉरपोरेशन टैक्स से 15 फीसदी
  7. यूनियन एक्साइज ड्यूटी से 7 फीसदी
  8. इनकम टैक्स से 15 फीसदी


1 रुपया कहां जाता है।

यहां होता है खर्च

  1. पेंशन पर 4 फीसदी खर्च
  2. केंद्रीय योजनाओं पर 9 फीसदी
  3. सब्सिडी पर 8 फीसदी
  4. रक्षा पर 8 फीसदी खर्च
  5. ब्याज अदायगी में 20 फीसदी खर्च
  6. टैक्स और ड्यूटी में 17 फीसदी खर्च
  7. वित्त आयोग और दूसरे ट्रांसफर पर 10 फीसदी
  8. सेंट्रल सेक्टर की स्कीम पर 15 फीसदी
  9. अन्य खर्चों पर 9 फीसदी

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क्या कहा वित्त मंत्री ने 
बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री ने कहा कि देश के विकास के लिए बड़े फैसले लिए गए हैं। जहां तक टैक्स की बात है तो आपने देखा होगा कि पिछले दो वर्षों में किसी तरह का इजाफा नहीं किया गया है। इसके अलावा सरकार ने आधारभूत ढांचे को और मजबूत करने की पहल की गई है। इसके साथ ही किसानों के लिए खास ऐलान किए गए हैं। खासतौर से एमएसपी पर खरीद को और बढ़ाया जाएगा। इसके साथ डिजिटल क्षेत्र को और मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ा गया है। 

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