नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के दौरान सभी देशों ने उड़ानों का संचालन बंद कर दिया था। इससे एविएशन सेक्टर को तगड़ा झटका लगा था। लेकिन अब हालात सुधर रहे हैं। रविवार को दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) द्वारा समर्थित अकासा एयर (Akasa Air) की सर्विस शुरू हो गई। इस मौके पर नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विमानन उद्योग पर बड़ा बयान दिया।
अभूतपूर्व वृद्धि की ओर बढ़ रहा है नागर विमानन क्षेत्र
नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यात्रियों, विमानों और हवाईअड्डों की संख्या के मामले में देश का नागर विमानन क्षेत्र अभूतपूर्व और स्वस्थ वृद्धि की ओर बढ़ रहा है और अगले पांच वर्षों में हवाई यात्रियों की संख्या 40 करोड़ तक पहुंच जाने का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि विमानन कंपनी अकासा एयर की पहली फ्लाइट मुंबई से अहमदाबाद के बीच रवाना हुई थी, जिसे सिंधिया ने हरी झंडी दिखाई।
सिंधिया ने पीटीआई- भाषा को एक साक्षात्कार में कहा कि, 'बीते आठ साल में यह पहला मौका है जब भारत में कोई एयरलाइन शुरू हुई है। बीते लगभग दो दशक में हम सभी ने सिर्फ यही सुना कि एयरलाइन का परिचालन कितना कठिन है, आंतरिक रूप से भी उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान सात एयरलाइंस बंद भी हो गईं।'
पुनरुद्धार के रास्ते पर उद्योग
कोविड-19 महामारी की वजह से नागर विमानन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ था लेकिन अब यह पुनरुद्धार के रास्ते पर है। नागर विमानन मंत्री ने कहा कि आकासा एयर के शुरू होने, जेट एयरवेज को नया जीवन मिलने और एयर इंडिया के फिर से खड़े होने से जो संकेत मिल रहे हैं वे एकदम स्पष्ट हैं कि यह एक बढ़ने वाला बाजार है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक ऐसा बाजार है जो एकदम सेहतमंद रहने वाला है।'
2027 तक होंगे इतना हवाई यात्री
सिंधिया ने कहा कि भारत में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को मिलाकर वर्ष 2027 तक 40 करोड़ हवाई यात्री हो जाएंगे। भारत में 2013-14 में हवाई यात्रियों की संख्या छह करोड़ और 2019-20 में करीब 20 करोड़ थी। मंत्री ने कहा, 'इस तरह यात्रियों की संख्या के मामले में इन पांच वर्षों में करीब 250 फीसदी की वृद्धि देखने को मिली।'
उन्होंने कहा, 'हम प्रति वर्ष 15 फीसदी यानी 100-110 विमान जोड़ते जाएंगे। वर्ष 2027 तक भारत में लगभग 1,200 विमान होंगे। वर्ष 2030 तक हमारा लक्ष्य हवाईअड्डों की संख्या बढ़ाकर 220 करने का है।'
(एजेंसी इनपुट के साथ)