- पीएम मोदी ने पारदर्शी कराधान-ईमानदार का सम्मान प्लेटफॉर्म की शुरूआत की
- पीएम मोदी ने टैक्सपेयर्स के लिए चार्टर का भी ऐलान किया
- पीएम ने कहा कि नई व्यवस्थाएं, नई सुविधाएं न्यूनतम सरकार, कारगर शासन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने टैक्स व्यवस्था (Tax system) को और बेहतर बनाने के लिए गुरुवार (13 अगस्त) को पारदर्शी कराधान-ईमानदार का सम्मान (Transparent Taxation - Honouring The Honest) प्लेटफॉर्म की शुरूआत की। इसे टैक्स सुधारों (Tax reforms) की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पीएम मोदी ने टैक्सपेयर्स के लिए चार्टर (अधिकार पत्र) का भी ऐलान किया। उन्होंने देशवासियों से आगे बढ़कर ईमानदारी के साथ टैक्स देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ लोगों के देश में मात्र 1.5 करोड़ लोग ही कर देते हैं। उन्होंने कहा कि आज से शुरू हो रहीं नई व्यवस्थाएं, नई सुविधाएं न्यूनतम सरकार, कारगर शासन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है, ये देशवासियों के जीवन में सरकार के दखल को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आगे हम जानते है कि टैक्सपेयर्स चार्टर क्या है?
What is Taxpayers charter- टैक्सपेयर्स चार्टर क्या है?
चार्टर एक तरह का लिस्ट होता है इस अधिकार पत्र भी कहते हैं। टैक्सपेयर्स चार्टर (taxpayers charter) में टैक्सपेयर्स के लिए अधिकार और कर्तव्य होंगे। साथ ही टैक्स से जुड़े निर्देश भी होंगे। जिसके जरिये इनकम टैक्स रिटर्न भरने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा। टैक्सपेयर्स और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के बीच विश्वास बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। टैक्सपेयर्स की परेशानी को कम किया जाएगा। इनकम टैक्स अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होगी। जब तक यह साबित न हो जाए कि टैक्सपेयर्स ने टैक्स चोरी की तब तक उसे ईमानदार टैक्सपेयर्स मानना होगा। टैक्स अधिकारियों को टैक्सपेयर्स की समस्याओं का जल्द निदान निकालना होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि टैक्सपेयर्स चार्टर भी देश की विकास यात्रा में बहुत बड़ा कदम है। भारत के इतिहास में पहली बार टैक्सपेयर्स के अधिकारों और कर्तव्यों को कोडीफाई किया गया है, उनको मान्यता दी गई है। टैक्सपेयर्स को इस स्तर का सम्मान और सुरक्षा देने वाले गिने चुने देशों में अब भारत भी शामिल हो गया है। अब टैक्सपेयर की बात पर विश्वास करना होगा, विभाग उसको बिना किसी आधार के ही शक की नजर से नहीं देख सकता। अगर किसी प्रकार का संदेह है भी, तो टैक्सपेयर को अब अपील और समीक्षा की अधिकार दिया गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि अधिकार हमेशा दायित्वों के साथ आते हैं, कर्तव्यों के साथ आते हैं। इस चार्टर में भी टैक्सपेयर्स से कुछ अपेक्षाएं की गई हैं। टैक्सपेयर के लिए टैक्स देना या सरकार के लिए टैक्स लेना, ये कोई हक का अधिकार का विषय नहीं है, बल्कि ये दोनों का दायित्व है। टैक्सपेयर को टैक्स इसलिए देना है क्योंकि उसी से सिस्टम चलता है, देश की एक बड़ी आबादी के प्रति देश अपना फर्ज निभा सकता है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर कहा कि टैक्सपेयर्स चार्टर के अनुसार, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट टैक्सपेयर्स के साथ अपने व्यवहार में "शीघ्र, विनम्र और पेशेवर" होगा। यह एक ऐतिहासिक दस्तावेज है जो टैक्सपेयर्स को उनके अधिकारों और जिम्मेदारियों की जानकारी देता है।
पीएम मोदी ने इसी टैक्स से खुद टैक्सपेयर को भी तरक्की के लिए, प्रगति के लिए, बेहतर सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर मिल पाता है। वहीं सरकार का ये दायित्व है कि टैक्सपेयर की पाई-पाई का सदुपयोग करे। ऐसे में आज जब टैक्सपेयर्स को सुविधा और सुरक्षा मिल रही है, तो देश भी हर टैक्सपेयर से अपने दायित्वों के प्रति ज्यादा जागरूक रहने की अपेक्षा करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का ईमानदार टैक्सपेयर राष्ट्रनिर्माण में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है, जब देश के ईमानदार टैक्सपेयर का जीवन आसान बनता है, वो आगे बढ़ता है, तो देश का भी विकास होता है। टैक्स चार्टर की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि इसके जरिये उचित, विनम्र और तर्कसंगत व्यवहार का भरोसा दिया गया है। यानी इनकम टैक्स विभाग को अब टैक्सपेयर्स के मान-सम्मान, संवेदनशीलता के साथ ध्यान रखना होगा। पीएम ने टैक्सपेयर्स से आगे बढ़कर ईमानदारी के साथ टैक्स देने का भी आह्वान किया।