- किसान कल्याण के लिए लाई गई थी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
- 13 जनवरी 2016 को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY)लॉन्च की गई थी
- इस योजना के तहत किसानों को आर्थिक और मानसिक रुप से सुरक्षा की गारंटी दी जाती है
भारत किसानों का देश है और यहां की आधी से ज्यादा आबादी कृषि पर निर्भर है। किसानों के ही कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2016 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की थी। 13 जनवरी 2016 को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY)लॉन्च की गई थी। इस योजना के तहत किसानों को आर्थिक और मानसिक रुप से सुरक्षा की गारंटी दी जाती है।
वैसे किसान जो लोन लेकर कृषि करते हैं या फिर जिनके फसल खराब मौसम की वजह से बर्बाद हो गए हैं उनके ऊपर कर्ज का ज्यादा बोझ ना पड़े इसके लिए उन्हें इस योजना के तहत आर्थिक सुरक्षा की गारंटी दी जाती है। इस योजना के तहत किसानों के फसलों का बीमा कराया जाता है। यह योजना देश के हर एक राज्य में उस राज्य की सरकार के सहयोग से लागू की जाती है। यह केंद्र के कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
आपको बता दें कि भारत सरकार ने वित्तीय बजट 2020-21 में 11 करोड़ किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ देने का वादा किया है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों की आय दुगनी की जाएगी।
क्या है योजना की खासियत
- सभी खरीफ फसलों पर किसानों के द्वारा केवल 2 फीसदी का प्रीमियम जमा करना होगा साथ ही रबी फसलों पर 1.5 फीसदी प्रीमियम। एनुअल कमर्शियल और हॉर्टीकल्चर फसलों पर इ प्रीमियम की राशि 5 फीसदी हो जाएगी।
- किसानों के द्वारा भुगतान की जाने वाली प्रीमियम राशि बेहद कम रखी गई है और उके बाद बकाए की प्रीमियम राशि का सरकार के द्वारा भुगतान किया जाएगा ताकि किसी भी आपदा से फसलों का नुकसान हो तो किसानों पर ज्यादा बोझ ना आए।
- सरकारी सब्सिडी पर कोई अपर लिमिट नहीं है। अगर बैलेंस 90 फीसदी भी है तो इसे सरकार के द्वारा वहन किया जाएगा।
- बजट 2016-2017 में इस योजना का बजय तय किया गया था जो 5,550 करोड़ रुपए था।
- बीमा योजना एक सिंगल बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इन्श्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया (AIC) के द्वारा चलाया जाता है।
- फसलों के नुकसान पर नजर रखने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा जैसे रिमोट कंट्रोल ड्रोन कैमरा, स्मार्टफोन, जीपीएस टेक्नोलॉजी। इनके जरिए फसलों की तस्वीरें उनके नुकसान का डेटा तैयार किया जाता है।
योजना का उद्देश्य
- अगर किसी किसान की फसल को प्राकृतिक आपदा, कीटाणु या फिर खराब मौसम के कारण गंभीर नुकसान पहुंचता है तो ऐसी स्थिति में उसे सरकार की तरफ से बीमा कवरेज और वित्तीय सहायता दी जाती है।
- किसानों आगे भी कृषि कर सकें इसके लिए उनकी इनकम पर ध्यान दिया जाता है उसकी इनकम को स्थिर किया जाता है।
- किसानों को कृषि के नए-नए तकनीकों के अभ्यास पर जोर देने के लिए जागरुक करना।
- कृषि के क्षेत्र में ऋृण का प्रवाह सुनिश्चित करना।
- इस योजना के कार्यान्वयन में शामिल सभी सेवाओं के लिए सेवा कर नहीं लगेगा।
- अनुमान लगाया जा रहा है कि यह योजना किसानों के लिए बीमा प्रीमियम के 75-80 फीसदी सब्सिडी सुनिश्चित करेगी।
कैसे करें अप्लाई
- http://agri-insurance.gov.in/Login.aspx इस वेबसाइट पर जाकर लगइन करने के बाद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा।
- ऑनलाइन फॉर्म में अपनी डिटेल भरें। फिर इस योजना का वित्तीय लाभ लेने के लिए भूमि और बैंक डिटेल भी फॉर्म में जमा करें।
- आवेदन को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकें से भरा जा सकता है। फॉर्म भरने के बाद इसे सबमिट करें।
- आवेदकों को एक एप्लीकेशन नंबर दिया जाएगा जिससे वे भविष्य में अपने आदेवन को ट्रैक कर सकते हैं।
- इसके अलावा इस योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए PMFBY एप भी डाउनलोड कर सकते हैं।