नई दिल्ली: विश्व बैंक ने बुधवार को भारती की ग्रोथ के अनुमान को वित्त वर्ष 2020 के लिए घटा दिया है। बैंक ने 6 फीसदी के पहले के अनुमान को घटाकर 5 फीसदी कर दिया है। इससे एक दिन पहले यानी 7 जनवरी को देश की सांख्यिकी विभाग ने चालू वित्त वर्ष के लिए देश की अनुमानित विकास दर को घटाकर 5 फीसदी कर दिया है, जो पिछले 11 सालों का निम्न स्तर है। विश्व बैंक का अनुमान है कि अगले वित्त वर्ष में देश की विकास दर 5.8 फीसदी रह सकती है।
बैंक ने ग्लोबल इकोनॉमी प्रॉसपेक्टस रिपोर्ट को बुधवार को जारी की है। जिसमें नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कम्पनीज (एनबीएफसी) के कमजोर क्रेडिट को विकास दर में गिरावट का मुख्य कारण बताया गया है। वित्त वर्ष 2008-09 में 3.1 फीसदी की विकास दर अनुमान के बाद ये अब तक का सबसे कमजोर विकास दर अनुमान है। उस वक्त विश्वभर में वित्तीय संकट की स्थिति थी।
विश्व बैंक की इस रिपोर्ट से पहले रिजर्व बैंक ने अक्टूबर पॉलिसी अनुमान में चालू वित्त वर्ष के लिए अर्थव्यवस्था की विकास दर अनुमान को घटाकर 5 फीसदी कर दिया है। वैश्विक आर्थिक विकास इस कलेंडर वर्ष में 2.5 फीसदी रहने का अनुमान है।
रिपोर्ट के मुताबिक, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में शिथिलता के कारण एडवांस इकोनॉमी ग्रोथ वर्ष 2020 में 1.4 फीसदी गिर सकती है। वहीं टैरिफ बढ़ने के कारण अमेरिका में ग्रोथ 1.8 फीसदी तक कम हो सकती है। वहीं कमजोर इंडस्ट्रीयल एक्टिविटी के कारण यूरोपी क्षेत्र की ग्रोथ इस कैलेंडर वर्ष में कम होकर 1 फीसदी तक आ सकती है। वहीं दूसरी ओर उभरते हुए बाजार और विकासशील अर्थव्यवस्था में इस साल 4.1 फीसदी तक बढ़ सकती है।