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आप 30 साल के हो गए हैं, जानिए आपके पास क्यों होनी चाहिए फाइनेंशियल प्लानिंग?

Updated Jan 28, 2022 | 22:43 IST

अधिकतर लोग अपनी उम्र के 30वें दशक में पहुंचते-पहुंचते अपने जीवन को व्यवस्थित करने में व्यस्त हो जाते हैं। जीवन में आगे बढ़ने पर विभिन्न चुनौतियां आएंगी। इससे पार पाने के लिए आपके पास फाइनेंशियल प्लानिंग होनी चाहिए।

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फाइनेंशियल प्लानिंग कितना जरूरी?

वित्तीय सफलता प्राप्त करने की कुंजी यह योजना बनाना है कि आपका पैसा समय के अनुसार बढ़ता रहे। आप इसे जितनी जल्दी करेंगे, परिणाम उतना ही बेहतर और भविष्य उतना ही सुरक्षित होगा। यदि आप वित्तीय प्रबंध करने में देरी करते हैं, तो वांछित और प्रभावी परिणाम नहीं प्राप्त होगा। अधिकतर लोग अपनी उम्र के 30वें दशक में पहुंचते-पहुंचते अपने जीवन को व्यवस्थित करने में व्यस्त हो जाते हैं। पैसे से जुड़े मामलों की बारीकियों को समझने में समय लगता है, इसलिए यह अहम हो जाता है कि आप अपनी आय, बचत, जॉब सिक्योरिटी को लेकर निश्चिंत हों, और यह भी जानते हैं कि उम्र के इस दौर में प्रवेश करते ही कमाई और खर्चों के बीच संतुलन कैसे बनाना है।

यह महत्वपूर्ण है क्योंकि जीवन में आगे बढ़ने पर विभिन्न चुनौतियां आएंगी, और उनका सामना करने तथा उनसे सफलतापूर्वक उबरने के लिए यह अपेक्षित है कि आपके पास भविष्य के लिए एक वित्तीय योजना हो। इन भविष्य की चुनौतियों, जिन्हें आप वित्तीय लक्ष्य कह सकते हैं, में अन्य बातों के साथ-साथ आपका विवाह, बच्चों की शिक्षा और उनके विवाह से जुड़े खर्च, आपकी सेवानिवृत्ति, कार या घर खरीदना, आपका स्वास्थ्य, आदि शामिल हो सकते हैं। यह उल्लेखनीय है कि किसी भी वित्तीय योजना का वांछित परिणाम दिखने में कम-से-कम 15-20 वर्ष लगेंगे। वांछित परिणाम हासिल करने की यह अवधि आपकी उम्र के 30वें वर्ष के साथ अच्छी तरह फिट बैठती है। यहां वे 5 कारण बताए गए हैं कि क्यों आपके लिए अपनी उम्र के 30वें दशक में प्रवेश करने पर वित्तीय योजना बनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

चक्रवृद्धि का लाभ

यदि आप लंबी अवधि के लिए समय से निवेश करना शुरू करते हैं तो आपको चक्रवृद्धि का लाभ प्राप्त होगा। सरल शब्दों में, चक्रवृद्धि का अर्थ अर्जित ब्याज पर ब्याज कमाना है। निवेश की यह विशेषता सर्वविदित है लेकिन कम ही लोग इसे समझते हैं। यह न केवल आपके निवेश के मूल्यांकन को कई गुना बढ़ाता है बल्कि आप इतना पैसा बनाने की दिशा में आगे बढ़ते हैं जो किसी भी घटना से निपटने में सक्षम है।

मान लीजिए कि आपने दो वर्ष के लिए 5.6 प्रतिशत की मौजूदा दर पर रेकरिंग डिपॉजिट (आरडी) खोला है। इस अवधि के बाद 2.4 लाख रुपए के निवेश पर आपकी कुल राशि 2.54 लाख रुपए होगी। जब इस अवधि को बढ़ाकर 15 वर्ष कर दिया जाता है, तो 18 लाख रुपए के कुल निवेश पर आपको 28.18 लाख रुपए प्राप्त होंगे। यानी अवधि जितनी लंबी होगी, चक्रवृद्धि का लाभ उतना ही अधिक होगा। इसी प्रकार, यदि आप 15% रिटर्न के साथ (जैसा कि ऐतिहासिक दीर्घकालिक चार्ट दर्शाता है) एक इक्विटी म्यूचुअल फ़ंड स्कीम में प्रति माह समान राशि निवेश करते हैं, तो आपको 2.4 लाख रुपए के कुल निवेश पर दो वर्ष बाद 2.79 लाख रुपए की परिपक्वता राशि मिलेगी। और 15 साल की अवधि में, यह परिपक्वता राशि लगभग 62 लाख रुपए हो जाएगी जो कि 18 लाख रुपए के आपके कुल निवेश का लगभग 3.5 गुना होगी। संक्षेप में, जब आप निवेश के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाते हुए जल्दी निवेश शुरू करते हैं तो चक्रवृद्धि की शक्ति आपको काफी लाभ पहुंचा सकती है।

जोखिम उठाने की अधिक क्षमता

उम्र के 40वें या 50वें दशक की तुलना में जोखिम उठाने की आपकी क्षमता उम्र के 30वें दशक में काफी अधिक होती है। यह अविश्वसनीय रूप से आपके पक्ष में काम करता है। आपको अगले 15-20 वर्षों में उच्च चक्रवृद्धि रिटर्न पाने और पैसा बनाने के लिए इक्विटी-उन्मुख निवेशों की ओर ध्यान केंद्रित करने पर विचार करना चाहिए। आप अपने कुल निवेश का 70-75% हिस्सा इक्विटी इंस्ट्रूमेंट में लगाने पर विचार कर सकते हैं। जब भी आपकी आय बढ़े है तो आप अपनी जोखिम उठाने की क्षमता का आकलन कर निवेश राशि बढ़ाने के बारे में भी सोच सकते हैं।

बीमा प्रीमियम कम होना

जैसे ही आप उम्र के 30वें दशक में प्रवेश करते हैं, आपको आदर्शतः अपना और अपने परिवार का बीमा करवाना चाहिए। जितनी जल्दी आप शुरुआत करेंगे आपका प्रीमियम उतना ही कम होगा, इसलिए आपको इसका लाभ उठाना चाहिए। टर्म प्लान के साथ मेडिकल इंश्योरेंस होने से यह सुनिश्चित होता है कि स्वास्थ्य संबंधी किसी भी अप्रत्याशित खर्च की स्थिति में आपकी बचत या निवेश की राशि अछूती रहती है। इसके अलावा, टर्म इंश्योरेंस होने पर आप इस बात को लेकर तनाव मुक्त रह सकते हैं कि आपकी मृत्यु की स्थिति में आपके परिवार को किसी तरह की आर्थिक परेशानी से जूझना नहीं पड़ेगा।

बाजार चक्र

निवेश की अवधि जितनी लंबी होगी, कई बाजार चक्रों को देखने की संभावना उतनी ही अधिक होगी। विभिन्न बाजार चक्र द्वारा लंबी अवधि के निवेशक को कम कीमतों पर निवेश करने और समग्र निवेश लागत को औसत करने में मदद मिलती है। कम लागत से आपको अपने निवेश पर बेहतर रिटर्न प्राप्त होता है। उम्र के 30वें दशक में निवेश शुरू करने पर आप कम-से-कम तीन बाजार चक्र देखेंगे, और जब बाजार कमजोर होगा तो उस समय का उपयोग संपत्ति के संचय के लिए कर सकते हैं।

अंतिम किंतु महत्वपूर्ण बात

जल्दी निवेश शुरू करने पर उपर्युक्त दीर्घकालिक लाभों के साथ, न केवल आप अपने विभिन्न वित्तीय लक्ष्यों को आराम से पूरा कर पाते हैं बल्कि आप जीवन का पूरा आनंद भी उठाते हैं। आप 50 वर्ष की उम्र में पहुंचने तक वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त कर सकते हैं। इसका मतलब यह होगा कि आपको पैसे के लिए काम नहीं करना पड़ सकता है बल्कि आपका निवेशित पैसा आपके लिए काम करेगा। ऐसे समय में आप वह कर सकते हैं जो आप अपने जीवन में हमेशा से करना चाहते थे।

एक अच्छी तरह से तैयार वित्तीय योजना आपको आत्मविश्वास प्रदान करने के साथ काफी हद तक तनाव मुक्त महसूस कराती है। यदि आप जीवन का तीसरा दशक पूरा करने जा रहे हैं, तो यह आपके लिए कार्य करने का सबसे उचित समय है। यदि आवश्यक हो तो एक फाइनेंशियल प्लानर से परामर्श करें। लंबी अवधि की निवेश योजना के साथ नियमित और अनुशासित बने रहें। हो सकता है कि तब आपको पीछे मुड़कर देखने की कोई जरूरत न पड़े।

(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर:  ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)

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