बजट सेटिंग राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा किया जाने वाला एक वार्षिक अभ्यास है। बजट शासक वर्ग को अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए वित्तीय आवंटन करने में मदद करता है। इनमें से कुछ जिम्मेदारियां हैं- सरकार के कामकाज का वित्तपोषण करना, अर्थव्यवस्था को सुधारना, कर संग्रह सुनिश्चित करना, सार्वजनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण, और आम आदमी के हाथ में अधिक से अधिक धन सुनिश्चित करना।
केंद्रीय बजट हमें एक रोड मैप प्रदान करता है जिसमे दिखता है की राजनीतिक, आर्थिक, और सामाजिक जरूरतों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार अपनी आय का किस तरह उपयोग करेगी - वही आय जो सरकार अलग अलग करों (टैक्स) से कमाती है। वार्षिक बजट बनाना महत्वपूर्ण है, चाहे वह राष्ट्रीय स्तर पर हो या अपने घर के स्तर पर। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना दूसरा बजट पेश करने जा रहीं हैं, सो आइए इस बात पर गौर करें कि 2020-21 के लिए अपने घर का बजट क्यों और कैसे बनाना चाहिए।
क्यों आपको अपने घर का बजट बनाना चाहिए
हमारी आय, वित्तीय प्राथमिकताएं, जीवन लक्ष्य और जीवन शैली सभी समय के साथ बदलते हैं। इसलिए, जरूरी है कि हमारा पैसा इस तरीके से खर्च किया जाए जो हमें हमारी जीवन शैली में मदद करे, हमारे लक्ष्यों की प्राप्ती कराये, धन बनाने में मदद करे, और तनावपूर्ण समय में वित्तीय स्थिरता बनाये रखते।
बजट आपको यह सोचने पर मजबूर करता है की आपके लिए सबसे ज्यादा क्या महत्वपूर्ण है और कैसे उस चीज के लिए आप रकम जुटा सकते हैं। उदाहरण के लिए, 2020-21 में मानिये आपका बच्चा स्कूल पूरा करने और कॉलेज शुरू करने जा रहा हो, इसलिए इस वर्ष आपकी प्राथमिकता होगी बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए रकम तैयार रखना।
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अपनी वित्तीय प्राथमिकताओं को समझें
हर घर की विभिन्न वित्तीय प्राथमिकताएं हैं। आपको भी अपनी प्राथमिकताएं समझनी चाहिए। आपकी प्रथम-स्तरीय प्राथमिकताएं हैं किराया और ईएमआई का भुगतान करना, अपने बच्चों की शिक्षा की फीस का भुगतान करना, जीवन और स्वास्थ्य बीमा खरीदना और बिजली, किराने, पानी, इंटरनेट आदि के लिए अपने तत्काल खर्चों को पूरा करना।
माध्यमिक प्राथमिकताएं हैं मनोरंजन के लिए पैसा लगाना, छुट्टी की योजना बनाना, अपने लिए नए यन्त्र खरीदना इत्यादि। जीवन लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में निवेश करना भी इन दो कोष्ठकों में आता है। उदाहरण के लिए, अपने रिटायरमेंट के लिए पैसे बचाना की ऊंची प्राथमिकता है।
व्यर्थ के खर्चों से बचें
बजट-सेटिंग प्रक्रिया में आप यह भी जानेंगे कि आपका पैसा गया कहां। इसलिए अपने बैंक और क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट्स पर नजर डालें। देखें कि आपने कहां पैसा खर्च किया है, और क्या कोई समस्याग्रस्त खर्च पैटर्न उभर कर आता है।
उदाहरण के लिए, यह दिख सकता है कि आपने स्वास्थ्य बीमा खरीदने जैसी अधिक महत्वपूर्ण खर्चों के बजाय कपड़ों पर बहुत अधिक पैसा खर्च किया है। इन निष्कर्षों के साथ, नए साल में व्यर्थ खर्च में कटौती करने की कसम खाइये, ताकि आपके पास महत्वपूर्ण चीजों के लिए अधिक पैसा हो।
आर्थिक जोखिमों को समझें, और आर्थिक सुरक्षा बढ़ाएं
केंद्रीय बजट में रक्षा बलों और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी धन आवंटित किया जाता है। इसी तरह आपको अपने घर की वित्तीय सुरक्षा के लिए भी धन आवंटित करना चाहिए। यदि आपके परिवारजन आपकी आय पर निर्भर हैं तो तो टर्म इंश्योरेंस प्लान की खरीद के लिए आपको पैसा अलग रख देना चाहिए।
आपको अपने परिवार के सभी सदस्यों के लिए स्वास्थ्य बीमा खरीदने के लिए पैसा अलग रख देना चाहिए। आपको अपनी वर्तमान मासिक आय के कम से कम 3-6 गुना के बराबर एक आपातकालीन फंड भी बनाना चाहिए। ये उपाय आपके परिवार की मृत्यु, बीमारी और संकट से रक्षा करेंगे।
दूर की सोचें और अपने लक्ष्यों का पीछा करें
केंद्रीय बजट का काम है देश को अपनी वर्तमान स्थिति से उसकी आकांक्षाओं की पूर्ति तक की यात्रा का वित्तपोषण करना। इसी तरह, आप अपने घरेलु बजट और फाइनेंशियल प्लानिंग के माध्यम से अपनी आकांक्षाओं को पूरा कर सकते है। इसलिए उन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए दीर्घकालिक सोच रखें और समझें उन सभी बचत, निवेश और बीमा की जरूरतों को जो आपके लिए जरूरी है।
घरेलू बजट के साथ आप घर खरीदने, कार खरीदने और विदेश में छुट्टी लेने जैसे लक्ष्यों को पूरा करने के लिए धनराशि बना सकेंगे। जब बजट बनाने और अपने वित्त की योजना बनाने के बारे में संदेह हो, तो धन सलाहकार से बात करें। समय-समय पर अपने प्लान को ट्रैक भी करें।
(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।)