- भारत का पहला बजट एक अंग्रेज जेम्स विल्सन ने पेश किया था
- जेम्स विल्सन ने कई सालों तक फाइनेंस और इकनॉमिक्स का गहराई से अध्ययन किया था
- विल्सन ने ही देश भर में पहली बार आयकर कानून को लागू किया था
नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2020-21 के लिए केंद्रीय बजट 1 फरवरी को पेश होगा, साथ ही आर्थिक सर्वेक्षण 31 जनवरी को आना है, वित्त मंत्रालय ने बजट की तैयारी तेज कर दी है।भारत में बजट पेश करने की परंपरा सालों से चल रही है लेकिन क्या आपको पता है कि भारत का पहला बजट किसने पेश किया था और ये कब पेश हुआ था।
भारत का पहला बजट ब्रिटिश वायसराय की काउंसिल के मेंबर (फाइनेंस) जेम्स विल्सन (James Wilson) ने पेश किया था और यह प्रक्रिया 18 फरवरी 1860 को शुरू हुई थी। हालांकि विल्सन ने एक हैट मेकर के रूप में अपने करियर की शुरूआत की थी। विलसन अविभाजित भारत में वायसराय लॉर्ड कैनिंग की काउंसिल में फाइनेंस मेंबर बने थे।
अंग्रेजों को दी थी बड़ी राहत
वित्त मामलों में गहरी रुचि होने की वजह से जेम्स विल्सन ने कई सालों तक फाइनेंस और इकनॉमिक्स का गहराई से अध्ययन किया था। जेम्स विल्सन ने ही स्टैंडर्ड चार्टट बैंक की स्थापना भी की थी। विल्सन ने आर्थिक पत्रिका 'द इकोनोमिस्ट' की भी स्थापना की थी।
जेम्स विल्सन साल 1859 को भारत आए थे तब अंग्रेज 1857 में आजादी की पहली लड़ाई से निपट चुके थे,1857 के संग्राम से निपटने में अंग्रेजों को काफी नुकसान हुआ था उस वक्त जेम्स विलसन ने आयकर कानून बनाकर अंग्रेजों को खासी राहत दी थी।
देश में Income Tax कानून किया था पहली बार लागू
विल्सन ने ही देश भर में पहली बार आयकर कानून को लागू किया था। हालांकि आयकर अधिनियम तब एक ऐसा कदम था जिसकी काफी आलोचना हुई थी और इसने व्यवसायों के साथ-साथ जमींदारों और किसाने के बीच खाई को और गहरा कर दिया था। लेकिन तब विलसन ने कहा था कि ब्रिटिश सरकार भारतीयों को सुरक्षित वातावरण व्यापार करने के लिए दे रही है, इसलिए उन्हें आयकर के रूप में शुल्क देना चाहिए।
सब्यसाची भट्टाचार्य ने अपनी किताब 'फाइनेंशियल फाउंडेशंस' में लिखा है, 'विल्सन ने भारत में पहली बार अंग्रेजी मॉडल पर तैयार एक वित्तीय बजट पेश किया। इस बजट से जनता के मन को नए आत्मविश्वास जागा। उनके वित्तीय जानकारी से कई मिथक भी ध्वस्त हुए थे और पुरानी व्यवस्था का नवीनीकरण करने में एक नई भूमिका अदा की।'
वहीं आजादी के ठीक बाद भारत का पहला अंतरिम बजट आर.के षणमुखम शेट्टी ने 1947 में पेश किया था। बजट को तैयार करने की एक लंबी प्रक्रिया होती है और कई हफ्ते पहले से वित्त मंत्रालय के अधिकारी इसे तैयार करने में जुट जाते हैं।