- मलेरिया और डेंगू पर काबू पाने के लिए प्रशासन का अभियान शुरू
- नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की 20 टीमों का हुआ गठन
- नगर निगम की टीमें डोर- टू-डोर जाकर खत्म कर रही डेंगू का लार्वा
Chandigarh News: गर्मियों का सीजन शुरू होते ही मच्छरजनित बीमारियों में इजाफा हो गया है। अस्पतालों के अंदर मलेरिया और डेंगू से पीड़ित मरीजों की लाइन लगी हुई है। ऐसे में अब प्रशासन भी हरकत में आ गया है। नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मलेरिया और डेंगू के संदिग्ध मरीजों के नमूने लेने शुरू कर दिए हैं। साथ ही शहर में डोर- टू-डोर अभियान शुरू कर डेंगू के लार्वा को नष्ट करने का अभियान भी शुरू किया है।
नगर निगम के अनुसार डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए पूरे शहर में फॉगिंग की जा रही है। साथ ही कर्मचारी मच्छरों के लार्वा को पूरी तरह खत्म करने में जुटे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से डेंगू के संदिग्ध मरीजों के नमूने लेकर जांच की जा रही है। जिन जगहों पर ऐसे मरीज मिल रहे, वहां पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है।
20 टीमों का हुआ गठन
इन मच्छरजनित बीमारियों को रोकने के लिए नगर निगम की तरफ से 20 टीमों का गठन किया गया है। इनमें से 15 टीमें शहर के अलग-अलग सेक्टर में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं। साथ ही डेंगू के लार्वा की जांच कर उन्हें नष्ट कर रही है। वहीं दूसरी 5 टीमें स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम कर रही हैं। ये टीमें डेंगू के संदिग्ध मरीजों के नमूने लेने के साथ उन जगहों पर विशेष सफाई अभियान चला रही हैं।
नजर आए ये लक्षण तो सीधा पहुंचे अस्पताल
सिविल सर्जन डॉ. राजिदर भूषण ने कहा कि इस समय लोगों को मच्छर जनित बीमारियों से बेहद सर्तक रहने की जरूरत है। अगर किसी में अचानक बुखार आना, कपकपी के साथ ठंड लगना, सिर और मांसपेशियों सहित जोड़ों में दर्द, वॉमिटिग होने जैसे लक्षण नजर आए तो उसकी तुरंत अस्पताल में जांच कराएं। ये डेंगू और मलेरिया के प्रारंभिक लक्षण हो सकते हैं। डा. राजिदर भूषण ने बताया कि डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए अपने आसपास पानी जमा न होने दें।