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Chandigarh Online Fraud: चंडीगढ़ में पकड़ा गया महाठग, लोगों के साथ बैंक को लगाया चूना, हैरान करने वाले हैं खुलासे

Updated May 07, 2022 | 12:55 IST

Chandigarh Online Fraud: चंडीगढ़ की साइबर सेल ने एक ऐसे शातिर साइबर ठग को पकड़ा है, जो बैंक कर्मचारी बनकर कई लोगों से लाखों की ठगी कर चुका है। पुलिस आरोपित को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। उसने कई हैरान कर देने वाले खुलासे किए हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
चंडीगढ़ में साइबर ठगी का आरोपी गिरफ्तार
मुख्य बातें
  • साइबर ठग बैंक कर्मचारी बनकर लोगों के साथ करता था ठगी
  • आरोपित ने चंडीगढ़ की एक महिला से की 2 लाख की ठगी
  • पुलिस से बचने के लिए फर्जी नामों पर खुलवाता था बैंक अकाउंट

Chandigarh Online Fraud: चंडीगढ़ में ऑनलाइन फ्रॉड की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। साइबर ठग लोगों को लूटने के लिए ऐसे नए-नए तरीके इजाद कर रहे, जिसे देखने के बाद पुलिस भी हैरान हो जा रही है। चंडीगढ़ पुलिस ने ऐसे ही एक शातिर साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपित की पहचान नई दिल्ली के गांव सकुरपुर के रहने वाले टीनू यादव के तौर पर की है। पुलिस की साइबर सेल इस समय आरोपित को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। इस पूछताछ में आरोपित ने कई हैरान करने वाले खुलासे किए हैं।

पूरे मामले की जानकारी देते हुए साइबर सेल की डीएसपी रश्मि शर्मा ने बताया कि सेक्टर-38 में रहने वाली एक महिला ने क्रेडिट कार्ड बनवाने का झांसा देकर दो लाख 21 हजार 786 रुपये की ठगी की शिकायत दी थी। जिसके बाद साइबर सेल इंचार्ज हरिओम के सुपरविजन में एक टीम गठित की गई। इस टीम ने ठगी के पैसे ट्रांसफर होने वाले बैंक अकाउंट व अन्‍य डिटेल्स हासिल कर आरोपी का पता लगाया और दबिश देकर उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में मलोया थाना पुलिस में एफआईआर दर्ज की गई है।

आरोपित बैंककर्मी बन लोगों को बनाता था अपना शिकार

साइबर पुलिस के अनुसार आरोपित को एक महिला के बैंक अकाउंट से दो लाख रुपये निकालने के आरोप में पकड़ा गया था। जब आरोपित से पूछताछ की गई तो इसने कई हैरान कर देने वाले खुलासे किए। आरोपित न बताया कि वह बैंककर्मी बनकर बैंक संबंधी शिकायतों और समस्याओं को सुलझाने के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर चुका है। आरोपित ने बताया कि उसने धोखाधड़ी कर पैसे ट्रांसफर करने के लिए भी कई बैंकों में फर्जी दस्तावेज जमाकर अकाउंट खुलवाया था, ताकि पुलिस उस तक न पहुंच सके। आरोपित ने दूसरे अज्ञात लोगों के पैनकार्ड, आधार कार्ड, फोटो सहित दूसरे दस्तावेजों के आधार पर बैंक अकाउंट खुलवाया था और इस अकाउंट को खुद ही ऑपरेट करता था। आरोपित ठगी का पैसा मिलने के बाद उस बैंक अकाउंट को यूज करना बंद कर देता था।पुलिस अब ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी ने कितने और लोगों को शिकार बनाया है।