- मलोया का सिविल डिस्पेंसरी अपग्रेड होकर बनेगी सिविल हॉस्पिटल
- इस अस्पताल में होगा 80 बेड के साथ ऑपरेशन और आईसीयू सुविधा
- शहर के सभी हेल्थकेयर सेंटर अब किए जाएंगे कंप्यूटराइज्ड
Chandigarh Health: चंडीगढ़ के मलोया इलाके में रहने वाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है। अब इस क्षेत्र के लोगों को हेल्थ से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या के लिए पीजीआई, जीएमएसएच-16 और जीएमसीएच-32 जैसे बड़े अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। क्योंकि मलोया में मौजूद सिविल डिस्पेंसरी को अब अपग्रेड कर सिविल हॉस्पिटल बनाया जाएगा। इस योजना को यूटी प्रशासक की सलाहकार समिति की हेल्थ सब कमेटी ने अपनी मंजूरी दे दी है। अब जल्द ही इसका डीपीआर तैयार कर निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।
अस्पताल से जुड़े मुद्दे पर चर्चा के लिए सब कमेटी के चेयरमैन हरमोहन धवन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें इस अस्पताल के डेवलपमेंट को लेकर कई बातों पर सहमति बनी। बैठक में निर्णय लिया गया कि, यह सिविल अस्पताल में मरीजों के लिए 80 बेड की सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा इसमें तीन ऑपरेशन थियेटर, 10 आईसीयू की सुविधा भी होगी। इस अस्पताल के निर्माण के बाद यहां पर सभी विभाग के स्पेशलिस्ट डॉक्टर यहां पर तैनात होंगे।
सभी प्राइमरी और सेकेंडरी लेवल के हेल्थकेयर सेंटर होंगे कंप्यूटराइज्ड
इस कमेटी मीटिंग में एक और बड़े प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई। अब सभी प्राइमरी और सेकेंडरी लेवल के हेल्थकेयर सेंटर को कंप्यूटराइज्ड किया जाएगा। इन सभी सेंटर पर नेट कनेक्टविटी के साथ कंप्यूटर और टैबलेट उपलब्ध होंगे। शहर के चार हेल्थकेयर सेंटर पर पहले ही ई-हॉस्पिटल माड्यूल लागू किया जा चुका है। बता दें कि, स्वास्थ्य सचिव ने पिछले दिनों हेल्थ केयर सेंटरों और हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया था। उस समय कई डॉक्टर और स्टाफ ड्यूटी पर नहीं मिले थे। जिसके बाद इन सेंटरों पर स्मार्ट अटेंडेंस सिस्टम लाने का एजेंडा सब कमेटी के सामने लाया गया था। सब कमेटी ने इस प्रोजेक्ट पर चर्चा के बाद इसे मंजूरी दे दी। अब सभी सेंटरों पर चेहरे से और बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम पर काम होगा। इसके अलावा जीएमएसएच-16 में जन औषधि अमृत आउटलेट को दोबारा से शुरू करने को भी मंजूरी दे दी।