- गैंगस्टर सचिन थापन अजरबैजान से गिरफ्तार
- पंजाब एजीटीएफ ने स्थानीय सहयोग से किया गिरफ्तार
- अनमोल बिश्नोई का भी चला पता, यह केन्या में छिपा
Sidhu Moosewala Murder: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पंजाब पुलिस को दो बड़ी कामयाबी मिली है। एक तरफ जहां पंजाब पुलिस ने स्थानीय सुरक्षा बलों के सहयोग से अजरबैजान में गोल्डी बराड़ के सहयोगी और लाॅरेंस बिश्नोई के भांजे सचिन थापन को गिरफ्तार किया है। वहीं इस हत्याकांड के एक अन्य मुख्य आरोपी लाॅरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई का भी पता लगा लिया है। यह आरोपी इस समय केन्या में है। इन दोनों आरोपियों ने हत्याकांड से पहले ही फर्जी पासपोर्ट के सहारे देश छोड़ दिया था।
सचिन थापन की गिरफ्तारी के बाद पंजाब पुलिस और विदेश मंत्रालय (एमईए) ने प्रत्यर्पण की कोशिशें तेज कर दी हैं। पंजाब पुलिस अधिकारियों ने इस गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि अब प्रत्यपर्ण की प्रक्रिया चल रही है। विदेश मंत्रालय की तरफ से एक पत्र मिला है, जिसमें आरोपी के आपराधिक इतिहास, गिरफ्तारी वारंट और प्रत्यर्पण में तेजी लाने के लिए सिद्धू मूसेवाला मामले में उसकी भूमिका के बारे में सभी विवरण मांगे गए हैं। वहीं केन्या में अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
लॉरेंस बिश्नोई का भांजा है गिरफ्तार गैंगस्टर सचिन
पंजाब पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों भगौड़ों का पता आईजी प्रमोद बान की अगुवाई वाली एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने लगाया। अब एजीटीएफ और मानसा पुलिस मिलकर सचिन के प्रत्यर्पण के लिए दस्तावेज तैयार कर रही है। बता दें कि गिरफ्तार सचिन थापन मूसेवाला मामले में मास्टरमाइंड है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार सचिन और अनमोल बिश्नोई उन चार विदेशी गैंगस्टरों में शामिल हैं जो इस हत्याकांड से जुड़े हुए हैं। इनमें बाकि के दो गोल्डी बराड़ और लिपिन नेहरा हैं। इस मामले में गोल्डी बराड़ और सचिन ने मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से अपराध की जिम्मेदारी ली थी।
बड़ी सफलता, अब आगे ये
सचिन थापन को पकड़ना पुलिस के लिए बड़ी सफलता है। सचिन से अब न सिर्फ सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की साजिश खुलेगी, बल्कि गैंगस्टर लाॅरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के इंटरनेशनल स्तर पर चल रहे काले धंधे को भी इससे बड़ा झटका लगेगा। क्योंकि सचिन ही लाॅरेंस और गोल्डी के गैंग को विदेश से बैठकर ऑपरेटर कर रहा था। इसी के साथ सचिन पर दर्जनों गंभीर मामले दर्ज हैं, जिनपर भी अब कार्रवाई होगी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सचिन ने देश से बाहर निकलने के लिए एक सुनियोजित साजिश के तहत फर्जी पासपोर्ट हासिल किए। सचिन ने तिलक राज तोतेजा के फर्जी नाम के सहारे पासपोर्ट बनवाकर भारत छोड़ा। यह पासपोर्ट दिल्ली के संगम विहार के पते पर बनवाया गया है। बता दें कि सचिन के खिलाफ जहां 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं अनमोल बिश्नोई के खिलाफ 18 मामले दर्ज हैं।