नई दिल्ली: पिछले कुछ सालों में टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट लोकप्रियता की बुलंदी पर पहुंच चुका है। इसे पसंद करने वालों की तादाद बेशुमार है। लेकिन क्या आपको पता है कि इसकी शुरुआत कब हुई थी? आज ही के दिन यानी 17 फरवरी 2005 को 15 साल पहले ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच पहला टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला गया था। इस ऐतिहासिक मैच में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 44 रन से शानदार जीत दर्ज की थी। मैच का आयोजन ऑक्लैंड के ईडन पार्क स्टेडियम में हुआ था। मैच में कंगारू टीम के कप्तान थे रिकी पॉन्टिंग और कीवी टीम के कप्तान थे स्टीफन फ्लेमिंग।
पॉन्टिंग ने खेली तूफानी पारी
इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। रिकी पॉन्टिंग (नाबाद 98 रन) की तूफानी बल्लेबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने 20 ओवर में 5 विकेट पर 214 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था। पॉन्टिंग ने 55 गेंदों की अपनी पारी में 8 चौके और 5 छक्के मारे थे। वहीं, न्यूजीलैंड की टीम अच्छी शुरुआत के बाद भी लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई। कीवी टीम स्कॉट स्टाइरिश (66) और ब्रैंडन मैकुलम (36) की अहम पारियों के बावजूद 20 ओवरों में 170 रन पर ऑल आउट हो गई थी। ऑस्ट्रेलिया की ओर से माइकल कॉस्प्रोविच ने 4 और ग्लेन मैक्ग्रा ने 2 विकेट अपने नाम किए थे। पॉन्टिंग को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
टी20 का क्यों हुआ था आगाज
ट्वेन्टी-ट्वेन्टी क्रिकेट का सबसे छोटा फॉर्मेट है। पेशेवर स्तर पर मूल रूप से इसे इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) साल 2003 में इंटर-काउंटी प्रतियोगिता के लिए लाया था। इसका मकसद क्रिकेट में तेजी लाना था जिसकी वजह से मैदान और टेलीविजन पर दर्शकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सके। यह फॉर्मेट अब तक क्रिकेट की दुनिया में सफल रहा है। अधिकांश अंतरराष्ट्रीय दौरों पर कम से कम टी20 20 मैच होता है। इसकी कामयाबी को देखते हुए महज दो साल बाद ही यानी 2007 में पहले टी20 विश्प कप का आयोजन किया गया था। इस टूर्नामेंट का खिताब महेंद्र सिंह के नेतृत्व में भारत ने जीता था।
भारत ने कब खेला पहला टी20
भारतीय पुरुष टीम ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच 1 दिसंबर 2006 को जोहान्सबर्ग के वांडर्स स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। भारतीय टीम एकमात्र टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए दक्षिण अफ्रीका गई थी। भारत की टीम में महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी थे। उनका यह पहला और आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच था। भारतीय टीम ने एक गेंद और 6 विकेट बाकी रहते मुकाबले को अपने नाम किया था। इस मैच में भारतीय टीम के कप्तान वीरेंद्र सहवाग थे वहीं दक्षिण अफ्रीका की कमान ग्रीम स्मिथ ने संभाली थी।