- साल 1955 में न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था सबसे शर्मनाक रिकॉर्ड
- 65 साल से इस रिकॉर्ड को किसी टीम ने नहीं तोड़ा
- 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ ही कीवी टीम को मिला था दाग धोने का शानदार मौका
वेलिंगटन: क्रिकेट में एक कहावत बेहद चर्चित है कि 'रिकॉर्ड बनते ही टूटने के लिए हैं'। लेकिन ये बात सभी रिकॉर्ड्स पर लागू नहीं होती। टेस्ट क्रिकेट इतिहास में बहुत से विश्व रिकॉर्ड ऐसे हैं जिन्हें कभी कोई नहीं तोड़ना चाहता। यदि कभी उसके जैसे किसी रिकॉर्ड के करीब कोई पहुंचता भी है तो उससे बच निकलने की पुरजोर कोशिश करता है।
ऐसा ही एक अनचाहा शर्मनाक विश्व रिकॉर्ड न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के नाम दर्ज हुआ था। इस दिन को न्यूजीलैंड क्रिकेट इतिहास के सबसे काले दिन में से एक माना जाता है। इस दिन न्यूजीलैंड की पूरी टीम एक टेस्ट पारी में महज 26 रन बनाकर ढेर हो गई थी। एक टेस्ट पारी में सबसे कम स्कोर का ये टेस्ट रिकॉर्ड कीवी टीम के लिए आज भी एक बुर सपने जैसा है जो कि 65 साल से लगातार उसके नाम दर्ज है।
मार्च 1955 में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच खेले गए इस मैच की पहली पारी में मेजबान कीवी टीम ने पहली पारी में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। जॉन रीड की 73 रन की पारी की बदौलत न्यूजीलैड की टीम 200 रन बनाकर ढेर हो गई। इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने अपनी पहली पारी में 246 रन बनाकर ढेर हो गई और महज 46 रन की बढ़त हासिल कर सकी।
पांच बल्लेबाज नहीं खोल पाए थे खाता
46 रन से पिछड़ने के बाद दोबारा बल्लेबाजी करने उतरी कीवी टीम के बल्लेबाजों के लिए इंग्लैंड के गेंदबाज काल बन गए। इंग्लिश गेंदबाजों ने कीवी बल्लेबाजों को पिच पर पैर भी नहीं जमाने दिए। स्थिति ये थी 11 में से 10 बल्लेबाज दो अंक के आंकड़े तक नहीं पहुंच सके। पांच तो अपना खाता भी नहीं खोल सके। कीवी कप्तान ने ज्यौफ रबोन ने पिच पर टिकने की पुरजोर कोशिश की लेकिन वो भी महज 53 मिनट में 46 गेंद का सामना कर सके। पूरी कीवी टीम 27 ओवर में 26 रन बनाकर आउट हो गई और इंग्लैंड ने पारी और 20 रन के अंतर से मैच अपने नाम कर लिया।
27 ओवर में से 13 थे मेडन
इंग्लैंड के गेंदबाजों ने 27 में से 13 ओवर मेडन डाले थे। इंग्लैंड के लिए जॉन एप्पलयार्ड ने 4, ब्रायन स्टैथम ने 3, फ्रैंक टायसन ने 2 और जॉनी वॉर्डली ने 1 विकेट लेकर कीवी टीम का धराशाई कर दिया। इस मैच में जीत के साथ ही इंग्लैंड ने कीवी टीम के खिलाफ 2 मैच की टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली थी।
कीवी टीम उस दौर में नई थी और एक भी टेस्ट नहीं जीत सकी थी। इस शर्मनाक घटना के एक साल बाद अपना 45वां टेस्ट खेलते हुए कीवी टीम ने वेस्टइंडीज को मात दी थी। हालांकि इस शर्मनाक प्रदर्शन के बाद भी कीवी कप्तान ने अपनी टीम का बचाव किया था और इंग्लिश गेंदबाजों को जीत श्रेय दिया था।
2018 में था न्यूजीलैंड के पास दाग धुलने का मौका
साल 2018 में इंग्लैंड के ही खिलाफ न्यूजीलैंड की टीम के पास इस रिकॉर्ड बुक से अपना नाम हटाने का शानदार मौका था लेकिन उसने वो मौका गंवा दिया था। ऑक्लैंड में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए टेस्ट मैच में इंग्लैंड की टीम ने एक समय 23 रन पर 8 विकेट गंवा दिए थे लेकिन उसके बाद क्रेग ओवरटर्न ने 33 रन की पारी खेलकर अपनी टीम को शर्मनाक रिकॉर्ड से बचा लिया था लेकिन पूरी टीम 58 रन बनाकर ढेर हो गई थी।