- अफगानिस्तान-तालिबान संकट
- क्रिकेटर्स परिवार को लेकर चिंतित
- क्रिकेटर बोर्ड का हैरत भरा बयान
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के सीईओ हामिद शिनवारी ने कहा है कि तालिबान के कब्जा करने के बाद से किसी भी क्रिकेटर ने अपने परिवार को देश से बाहर निकालने के लिए कोई अनुरोध नहीं किया है। हाल ही में ऐसी खबरें सामने आई हैं, जिनमें खिलाड़ी अपने परिवारों के भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की। साथ ही उन्होंने अफगानिस्तान छोड़ने में परिवार को आ रही दिक्कतों का भी जिक्र किया।
बता दें कि तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद से अफगानिस्तान मेंउथल-पुथल मची हुई है और हजारों लोग रोजाना देश छोड़कर भाग रहे हैं। कई लोगों को अपनी जान की फिक्र है तो कइयों को आने वाला वक्त अंधकारमय नजर आ रहा है। क्रिकेट के भविष्य को लेकर भी अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी शुरू होने के बाद तालिबान ने एक के बाद एक प्रांतों पर कब्जा करना शुरू कर दिया था। तालिबान ने पिछले हफ्ते राजधानी काबुल को भी हथिया लिया।
हालांकि, शिनवारी दावा कर रहे हैं कि फिलहाल कोई अफगानी क्रिकेटर्स अपने परिवार को देश से नहीं निकालना चाहता। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि अफगानिस्तान की टीम पाकिस्तान के खिलाफ अपनी आगामी सीरीज की तैयारी कर रही है। उन्होंने सपोर्ट्स तक से बातचीत में कहा, 'यह पूरी तरह निराधार अफवाह है। कोई खिलाड़ी अपने परिवार को देश से बाहर निकाले जाने की मंशा से अब तक नहीं आया है। मैं तालिबान ने सत्ता संभालने के बाद से क्रिकेट बोर्ड का प्रबंधन तब से कर रहा हूं। तालिबान अब तक सपोर्टिव रहा है।'
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे अब तक कोई अनुरोध नहीं मिला है और क्रिकेटर्स खेलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सौभाग्य से पिछले दो दिनों से क्रिकेटर्स का कैंप शुरू हो गया है ताकि पाकिस्तान के साथ आगामी सीरीज के लिए तैयारी की जा सके।' गौरतलब है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान 3 सितंबर से तीन मैचों की वनडे सीरीज में भिड़ेंगी। यह सीरीज सुरक्षा चिंताओं के कारण श्रीलंका में खेली जाएगी।