मुंबई: पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने बुधवार को बीसीसीआई के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाल लिया। वह दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड का प्रमुख बनने वाला सबसे बड़ा नाम हैं। गांगुली ने अध्यक्ष का पद संभालने के बाद मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी जिसमें एक अहम मुद्दा हितों का टकराव भी है।
गांगुली ने कहा कि हितों का टकराव अभी भी मुद्दा है। इसके बारे में प्रशासनिक समिति (सीओए) ने स्टेटस रिपोर्ट जारी की थी उसमें इसका जिक्र था। मुझे नहीं मालूम कि इस बारे में सुनवाई कब होगी और कब ये मामला सुलझेगा। हमें सीएसी का गठन करना होगा क्योंकि क्रिकेट एडवाइजरी कमिटी के पास बहुत सी जिम्मेदारियां हैं उसे सेलेक्टर्स और अन्य सदस्यों का चुनाव करना है। तो हम वो करेंगे और इस बात का ख्याल रखेंगे कि वहां हितों का टकराव न हो।
गौरतलब है कि गांगुली खुद भी हितों के टकराव के मुद्दे का सामना कर चुके है। उन पर बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) और आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के मेंटोर रहने के कारण दोहरी भूमिका निभाने का आरोप लगा था। इसके बाद वह दिल्ली कैपिटल्स से अलग हो गए जबकि 23 अक्टूबर को बीसीसीआई अध्यक्ष का पद संभालने से पहले उन्होंने सीएबी के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया।