- पृथ्वी शॉ, यशस्वी जायसवाल और अजिंक्य रहाणे ने दलीप ट्रॉफी में मचाया धमाल
- पृथ्वी शॉ ने जड़ा आतिशी शतक, रहाणे ने दोहरा शतक जड़कर पेश किया टेस्ट टीम में वापसी का दावा
- यशस्वी जायसवाल ने दोहरा शतक जड़कर चयनकर्ताओं का ध्यान किया आकर्षित
चेन्नई: खराब फॉर्म की वजह से भारतीय टेस्ट टीम से बाहर चल रहे अंजिंक्य रहाणे ने दलीप ट्रॉफी में वेस्ट जोन की ओर से खेलते हुए नॉर्थइस्ट जोन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में दोहरा शतक जड़कर वापसी का दावा ठोका है। उनके अलावा युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने भी दोहरा शतक जड़कर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचने की कोशिश की। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक क्वार्टर फाइनल मुकाबले के दूसरे दिन पश्चिम क्षेत्र ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के खिलाफ अपनी पहली पारी में दो विकेट के नुकसान प पर 590 रन बना लिए हैं।
दिन का खेल खत्म होने तक रहाणे 264 गेंद में 18 चौकों और छह छक्कों की मदद से 207 रन बनाकर नाबाद हैं। राहुल त्रिपाठी 25 रन बनाकर उनका साथ दे रहे हैं। इससे पहले यशस्वी जायसवाल 228 और पृथ्वी शॉ 113 रन की पारी खेलकर आउट हुए। बारिश के कारण पहले दिन केवल 25 ओवर का खेल हो सका था लेकिन पृथ्वी शॉ ने उतने ही ओवरों में धमाकेदार बल्लेबाजी का मुजाहिरा पेश किया।
पृथ्वी शॉ ने जड़ा आतिशी शतक
दूसरे दिन वेस्ट जोन की टीम बगैर किसी नुकसान के 116 रन के स्कोर से आगे खेलने उतरी। पृथ्वी शॉ ने 61 और जायसवाल ने 55 रन से अपनी-अपनी पारी को आगे बढ़ाया। पृथ्वी ने अधिक आक्रामक रुख अपनाया और जायसवाल के साथ मिलकर टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। उन्होंने इस दौरान शतक भी पूरा किया।
शॉ-जायसवाल के बीच हुई 206 रन की साझेदारी
पृथ्वी शतक पूरा करने के बाद जल्दी ही अंकुर मलिक की गेंद पर विकेटकीपर आशीष थापा को कैच दे बैठे। शॉ के आउट होते ही उनके और जायसवाल के बीच पहले विकेट के लिए हुई 206 रन की साझेदारी का अंत हो गया। पृथ्वी ने अपनी 121 गेंद में 113 रन की आक्रामक शतकीय पारी के दौरान 11 चौके और पांच छक्के जड़े।
दूसरे दिन वेस्ट जोन ने बटोरे 98 ओवर में 474 रन
शॉ के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए अजिंक्य रहाणे और जायसवाल ने एक और मैराथन साझेदारी की शुरुआत कर दी। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 333 जोड़े और पूर्वोत्तर के गेंदबाजों के खिलाफ मनमर्जी से रन बटोरे। रोंगसेन जोनाथन ने बिश्वोरजीत कोंथोजैम के हाथों कैच कराके जायसवाल की पारी का अंत किया। उन्होंने 321 गेंद की अपनी पारी में 22 चौके और तीन छक्के मारे। रहाणे ने इसके बाद त्रिपाठी के साथ पारी को आगे बढ़ाया। उन्होंने इस दौरान अपना दोहरा शतक भी पूरा किया। दूसरे दिन वेस्ट जोन की टीम ने साफ मौसम का पूरा फायदा उठाया और पहले दिन के खेल की भरपाई करते हुए 98 ओवर में 474 रन बटोरे।