मुंबई: टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर अजीत आगरकर मुख्य चयनकर्ता के रूप में सबसे प्रबल उम्मीदवार बनकर उभरे हैं। माना जा रहा है कि पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और 2007 टी-20 विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे आगरकर चयन समिति में एमएसके प्रसाद की जगह ले सकते हैं। 42 वर्षीय आगरकर मुंबई के मुख्य चयनकर्ता रह चुके हैं। ऐसे में बीसीसीआई के नए संविधान में जोनल सिस्टम की व्यवस्था नहीं होने के कारण ऐसा हो पाना संभव दिख रहा है।
बीसीसीआई ने चयनकर्ता पद के लिए आवेदन की अंतिम तारीख 24 जनवरी निर्धारित की है। साल 2013 में क्रिकेट को अलविदा कहने वाले आगरकर साल 1998 से 2007 तक टीम इंडिया के सदस्य रहे हैं। ऐसे में अन्य आवेदकों की तुलना में उनकी दावेदारी ज्यादा प्रबल नजर आ रही है। आगरकर ने टीम इंडिया के लिए 26 टेस्ट, 191 वनडे और 3 टी-20 मैच खेले हैं। जिसमें वो कुल 349 विकेट लेने में सफल रहे। उस दौर में उनकी पहचान एक विकेट टेकिंग बॉलर की थी। हालांकि वो इस दौरान ज्यादा खर्चीले भी साबित होते थे।
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में बीसीसीआई के अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि अजीत आगरकर का मुख्य चयनकर्ता की पद दौड़ में शामिल होना रोचक घटनाक्रम है। वो एक ऐसे व्यक्ति हैं जो किसी भी चीज को लागू करने से पहले उसपर गहन विचार करते हैं। ऐसे में अब जो लोग लक्ष्मण शिवरामकृष्णन को मुख्यचयनकर्ता पद के सबसे बड़े दावेदार के रूप में देख रहे थे उन्हें अब दोबारा विचार करना होगा। ये देखना रोचक होगा कि अंतिम सूची में किन लोगों को शामिल किया जाता है।'
आगरकर और शिवरामकृष्णन के अलावा चयनकर्ता पद की दौड़ में पूर्व टेस्ट स्पिनर राजेश चौहान और वनडे क्रिकेटर अभय खुरासिया का नाम भी शामिल है। ऐसे में किन लोगों को किस रूम में समिति में शामिल किया जाता है यह जिम्मेदारी सीएए को पूरी करनी है जिसकी आधिकारिक रूप से बीसीसीआई को घोषणा करनी है।'
इन लोगों ने किए हैं आवेदन
अजीत आगरकर (मुंबई)
वेंकटेश प्रसाद( कर्नाटक)
अभय खुरासिया(मध्यप्रदेश)
राजेश चौहान( मध्यप्रदेश)
लक्ष्मण शिवरामकृष्णन(तमिलनाडु)
नयन मोंगिया( बड़ौदा)
चेतन शर्मा( हरियाणा)