नई दिल्ली: विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम कामयाबी की नई ऊंचाइयों को छू रही इससे शायद ही किसी को गुरेज हो। कोहली के नेतृत्व का लोहा पूर्व भारतीय कप्तान और कोच अनिल कुंबले भी मान रहे हैं। उनका मानना है कि कोहली की नेतृत्व वाली भारतीय टीम के पास दुनिया में अपना दबदबा कायम करने की क्षमता है। मालूम हो कि भारतीय टीम इस वक्त दुनिया की नंबर-1 टेस्ट टीम है। भारत का अब तक विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भी प्रदर्शन लाजवाब रहा है। भारत ने चैंपियनशिप में पांच टेस्ट मैच खेले हैं और वह सभी मुकाबले जीतकर 240 अंकों के साथ अंकतालिका में टॉप पर है।
कुंबले ने एक इंटरव्यू में कहा, 'हां, मेरा भी ऐसा भी ऐसा ही मानना है। तीन साल पहले जब मैं कोच था तब मैंने कहा था कि इस टीम के पास दुनिया में अपनी प्रभुत्व कायम करने की क्षमता है और टीम ने ठीक वैसा ही किया है। यह न केवल अंतिम एकादश के साथ हुआ है बल्कि मजबूत बैंच स्ट्रेंथ के चलते भी हुआ है। उन्होंने कहा, 'यह मजबूत बैंच स्ट्रेंथ के चलते भी हुआ है, जिसका हम लोग जिक्र कर रहे हैं। आपके पास शानदार क्वालिटी है। टीम में जो भी आते हैं, वह निश्चित रूप से अच्छा करते हैं।
उन्होंने आगे कहा, 'आप शाहबाज नदीम का पदार्पण देख लीजिए। प्रथम श्रेणी में उनका लंबा करियर रहा है और वह कई बार इंडिया-ए के लिए खेल चुके हैं। उन्हें अंतिम समय पर सही मौका दिया गया और उन्होंने टीम के लिए अच्छा किया। जब आपके पास इस तरह के बैंच स्ट्रेंथ हो तो हर कोई अपना प्रभाव छोड़ना चाहेगा।'
इसके अलावा कुंबले ने स्टेडियम में दर्शकों की तादाद बढ़ाने के लिए विराट कोहली के टेस्ट मैचों के लिए पांच केंद्र रखने के विचार का समर्थन किया। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने का निश्चित रूप से यह एक तरीका रहा। इन्हें कुछ केंद्रों तक सीमित किया जाए और साथ ही टेस्ट मैच के समय को चुनना भी अहम होता है।'
गौरतलब है कि कोहली ने था, ‘अगर आप टेस्ट क्रिकेट को जीवंत और रोचक बनाए रखना चाहते है तो मैं इस बात को लेकर पूरी तरह से सहमत हूं कि अधिक से अधिक पांच टेस्ट स्थल होने चाहिए। यह इतने अधिक जगह पर नहीं होना चाहिए जहां कम लोग मैच देखने पहुंचते हैं या नहीं आते हैं।’