नई दिल्ली: कुछ साल पहले दिल्ली में मैच के दौरान जो कुछ श्रीलंकाई टीम के साथ प्रदूषण (Pollution) की वजह से हुआ था, एक बार फिर वैसा ही डर सताने लगा है। इस बार बारी है बांग्लादेशी क्रिकेट टीम की। हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को उम्मीद जताई कि प्रदूषण का भारत और बांग्लादेश के बीच यहां तीन नवंबर को होने वाले टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए उनकी सरकार ने कई कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि इस सत्र में दिल्ली में मैचों का आयोजन किया गया है और रविवार को अरूण जेटली स्टेडियम में होने वाला मैच भी खेला जाना चाहिए। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर चिंता का कारण बन गया है। दीपावली के एक दिन बाद सोमवार को मौजूदा सत्र में पहली बार वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंच गई। केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, ‘उम्मीद करता हूं कि प्रदूषण क्रिकेट के रास्ते में नहीं आएगा। प्रदूषण कम करने के लिए हम चार नवंबर से सम-विषम योजना भी लागू कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने देखा है कि इस सत्र में मैचों का आयोजन किया गया है। दिल्ली में मैच खेला जाना चाहिए।’ दिसंबर 2017 में श्रीलंका क्रिकेट टीम को इसी मैदान पर प्रदूषण के बढ़े हुए स्तर के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। तब इस मैदान को फिरोज शाह कोटला के नाम से जाना जाता था। श्रीलंका के खिलाड़ी प्रदूषण से बचाव करने वाले मास्क पहनकर भी उतरे थे लेकिन इसके बावजूद कुछ खिलाड़ी बीमार हो गए थे।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पिछले हफ्ते पीटीआई से कहा था, ‘हमने दिवाली के बाद दिल्ली में होने वाले वायु प्रदूषण को ध्यान में रखा है लेकिन मैच में एक हफ्ते का समय है इसलिए हमें उम्मीद है कि खिलाड़ियों को स्वास्थ्य से संबंधित किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।’ भारत में अंतरराष्ट्रीय मैचों के आयोजन के लिए बीसीसीआई द्वारा अपनाई जाने वाली रोटेशन नीति और मेहमान टीम के यात्रा कार्यक्रम के कारण बोर्ड को दौरे का पहला मैच दिल्ली में कराने के लिए बाध्य होना पड़ा और अब क्रिकेट बोर्ड को उम्मीद है कि शहर की खराब वायु गुणवत्ता दिन-रात्रि के इस मैच में कोई मुद्दा नहीं बनेगी।