- ट्रेविस हेड रहे एशेज 2021-22 के सबसे ज्यादा सफल बल्लेबाज
- सीरीज के पहले और आखिरी टेस्ट में उन्होंने जड़ा शतक
- कोरोना संक्रमण की वजह से नहीं खेल पाए थे सिडनी टेस्ट
होबार्ट: जो रूट की कप्तानी वाली इंग्लैंड क्रिकेट टीम का शर्मनाक प्रदर्शन पांचवें एशेज टेस्ट में भी जारी रहा। पांचवें टेस्ट के तीसरे दिन जीत के लिए मिले 271 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम 124 रन पर ढेर हो गई और 146 रन के अंतर से उसे हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ पांच मैच की एशेज सीरीज में उसे 0-4 के अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
मौजूदा एशेज सीरीज में दोनों टीमों के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। कंगारू कप्तान पैट कमिंस ने सीरीज में सबसे ज्यादा 21 विकेट लिए। वहीं मिचेल स्टार्क ने 19 विकेट झटके। सीरीज में डेब्यू करने वाले स्कॉट बोलैंड के खाते में 18 विकेट आए। वहीं इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्कवुड सूची में 17 विकेट के साथ चौथे पायदान पर रहे। वहीं 16 विकेट झटककर नाथन लॉयन सीरीज के सबसे सफल स्पिनर रहे।
ट्रेविस हेड रहे सीरीज के सबसे सफल बल्लेबाज
हालिया एशेज सीरीज में बल्लेबाजों का दम नहीं दिखा। कंगारू बल्लेबाजों ने सीरीज में पांच शतक जड़े वहीं इंग्लैंड के खाते में केवल एक शतक आया। इस बार दोनों टीमों कोई भी बल्लेबाज 400 रन के आंकड़े को नहीं छू सका। 28 वर्षीय ट्रेविस हेड सीरीज से सबसे सफल बल्लेबाज रहे। उन्होंने 4 टेस्ट मैच की 6 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 59.50 की औसत से 357 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से दो शतक निकले। इस प्रदर्शन की बदौलत उन्हें एशेज 2021-22 का प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया।
नहीं दिखा बल्लेबाजी का जलवा
ट्रेविस हेड के अलावा दो अन्य बल्लेबाज 300 रन के आंकड़े को पार करने में सफल रहे। मार्नस लाबुशेन ने 5 टेस्ट मैच की 9 पारियों में 41.87 की औसत से 335 रन बनाए उन्होंने सीरीज में 1 शतक और 2 अर्धशतक जड़े। वहीं तीसरे पायदान पर इंग्लैंड के कप्तान जो रूट रहे। रूट ने 5 टेस्ट की 10 पारियों में 32.20 की औसत से 322 रन बनाए। टॉप 5 में ऑस्ट्रेलिया के चार और इंग्लैंड का एक बल्लेबाज रहा। जिसमें दो टेस्ट खेलने वाले ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा का नाम भी शामिल है जिन्होंने सिडनी टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़े।
ब्रिस्बेन और होबार्ट में ट्रेविस ने जड़े शतक
ट्रेविस हेड ने सीरीज में पांचवें पायदान पर बल्लेबाजी करते हुए 357 रन बनाए। उन्होंने ब्रिसबेन टेस्ट में 152 रन की पारी के साथ एशेज में आगाज किया था। इसके बाद उन्होंने एडिलेड में 18 और 51 रन की पारी खेली। इसके बाद मेलबर्न टेस्ट में वो केवल 27 रन का योगदान कर सके। इसके बाद वो कोरोना संक्रमित हो गए और सिडनी में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। उनकी जगह खेलने आए उस्मान ख्वाजा ने दोनों पारियों में शतक जड़ दिए। लेकिन होबार्ट टेस्ट के लिए उनकी टीम में वापसी हुई तो उन्होंने टीम के लिए मुश्किल वक्त में 101 रन की पारी खेली। दूसरी पारी में वो केवल 8 रन बना सके।
दोनों शतकीय पारियों के लिए चुने गए मैन ऑफ द मैच
होबार्ट में उनकी मैच जिताऊ शतकीय पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। चार टेस्ट में दो बार मैन ऑफ द मैच चुने गए ट्रेविस हेड को अंत में प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया। उनसे बेहतर छाप सीरीज में और कोई बल्लेबाज नहीं छोड़ पाया। उस्मान ख्वाजा का बल्ला अगर होबार्ट टेस्ट में चलता तो शायद हेड को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने जाने में परेशानी आती लेकिन ऐसा नहीं हुआ।