- अशोक डिंडा आगामी सत्र में गोवा का प्रतिनिधित्व करेंगे
- डिंडा पर बंगाल के गेंदबाजी कोच रणदेव बोस के साथ मतभेद का आरोप लगा था
- डिंडा ने पिछले सीजन में चयनित नहीं होने पर खुद को राजनीति का शिकार बताया था
मुंबई: भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अशोक डिंडा पिछले घरेलू सत्र में बंगाल से नजरअंदाज किए जाने के बाद आगामी सत्र में गोवा का प्रतिनिधित्व करेंगे। कोरोना वायरस के कारण हालांकि घरेलू सत्र के शुरू होने पर संशय बरकरार है। राज्य की टीम में मौका नहीं मिलने पर खुद को राजनीति का शिकार बताते हुए डिंडा ने पिछले साल घोषणा की थी कि वह बंगाल के लिए नहीं खेलेंगे। बंगाल 2019-2020 सत्र में रणजी ट्राफी का उपविजेता रहा था।
बंगाल के गेंदबाजी कोच रणदेव बोस के साथ मतभेद होने के बाद डिंडा को बंगाल की टीम से बाहर कर दिया गया था। इस 36 साल के खिलाड़ी पर बोस से सार्वजनिक रूप से दुर्व्यवहार करने और टीम के भीतर दरार पैदा करने का आरोप लगा था। उनके गोवा से जुड़ने की खबर को पीटीआई-भाषा ने गोवा क्रिकेट संघ के सचिव विपुल फड़के से पुष्टि की।
फड़के ने कहा, 'हमने डिंडा से एक सत्र का करार किया है, अगर सत्र शुरू होता है तो।' ऐसे कयास लगाये जा रहे कि कोविड-19 महामारी के कारण बीसीसीआई इस साल घरेलू सत्र का आयोजन नहीं करेगा। इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन भी देश से बाहर हो रहा है। डिंडा ने प्रथम श्रेणी में 420 विकेट लिये हैं। उन्होंने भारत के लिए 13 एकदिवसीय और नौ टी20 अंतरराष्ट्रीय में क्रमश: 12 और 17 विकेट लिये हैं।