- कोरोना महामारी से क्रिकेट गतिविधियां लंबे समय से हैं ठप्प
- इस बीच एक दिग्गज खिलाड़ी कर रहा है 2023 विश्व कप की तैयारी
- धाकड़ सलामी बल्लेबाज खाली समय का फायदा उठाना चाहता है
मेलबर्न: कोरोना महामारी के कारण क्रिकेट नहीं हो रहा है, आगे आने वाले क्रिकेट टूर्नामेंट होंगे या नहीं, किसी को पता नहीं, टी20 विश्वक कप 2020 पर भी सस्पेंस लगातार बना हुआ है। ऐसे में अगर पता चले कि कोई खिलाड़ी 3 साल बाद की तैयारियों में जुटा है, तो जाहिर है कि हैरानी होगी। ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवर क्रिकेट टीम के कप्तान आरोन फिंच इन दिनों यही कर रहे हैं। वो भारत में आयोजित होने वाले 2023 वनडे विश्व कप की रणनीति बनाने में जुटे हैं।
आरोन फिंच भले ही कोविड-19 महामारी के कारण मार्च से ही क्रिकेट नहीं खेल पा रहे हों लेकिन वो लगातार खेल के बारे में सोच रहे हैं और उन्होंने भारत में होने वाले 2023 वनडे विश्व कप के लिये अभी से ही रणनीति बनानी शुरू कर दी है। महामारी के कारण इस साल ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप होने की संभावना क्षीण हैं जबकि भारत के पास 2021 चरण की मेजबानी के अधिकार हैं।
उपमहाद्वीप के लिए तैयारी
भारत को 2023 में 50 ओवर के विश्व कप की भी मेजबानी करनी है और फिंच को लगता है कि यह समय उप महाद्वीपीय परिस्थितियों के लिये तैयारी करने का है। फिंच ने ‘सेन रेडियो’ से कहा, ‘मैं क्रिकेट के प्रति जुनूनी हूं इसलिये इसके बारे में ही सोचता रहता हूं, विशेषकर कप्तान होने के नाते और आगामी टूर्नामेंट टी20 विश्व कप है, जब भी इसका आयोजन होगा, और ये भी दो टूर्नामेंट हैं। इनके साथ मैं भारत में 2023 में होने वाले 50 ओवर के विश्व कप के बारे में भी सोच रहा हूं।’
फिंच ने दिया ये बयान
आरोन फिंच ने कहा, ‘हम उसमें जीत हासिल करने के लिये योजना तैयार करने की प्रक्रिया में हैं, इन तीनों टूर्नामेंट में सफल होने के लिये हमें क्या करने की जरूरत होगी।'
भारत में 2023 विश्व कप के बारे में उन्होंने कहा, ‘50 ओवर के खेल में 2023 विश्व कप से पहले काम करने की जरूरत है और इसलिये हम विस्तृत योजना बनाने में जुटे हैं कि हम उसे जीतने के बारे में कैसे सोचते हैं, भारत में किस तरह की टीम हमें चाहिए होगी।’
टीम संयोजन पर भी रणनीति
उन्होंने कहा, ‘हम दो स्पिनरों को खिलायेंगे, क्या एक अतिरिक्त ऑल-राउंडर चाहिए होगा।’ ऑस्ट्रेलियाई टीम सबसे सफल वनडे टीम है जिसने पांच विश्व कप खिताब अपनी झोली में डाले हैं और पिछली बार उन्होंने 2015 में अपनी सरजमीं पर ही हासिल किया था। 2019 में उसे सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हार मिली थी। अब देखना ये होगा कि आने वाले दिनों में जो बड़े टूर्नामेंट निर्धारित हैं, उसमें ऑस्ट्रेलिया क्या करके दिखाती है। क्योंकि 2023 अभी दूर है और क्रिकेट में स्थितियां पलटते देर नहीं लगती।