- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टी20 सीरीज में अक्षर पटेल मचा रहे हैं कहर
- दो मैच में अबतक झटक चुके हैं कुल 5 विकेट
- अक्षर ने नागपुर में भारतीय टीम की जीत के बाद बताया है कि क्या है उनकी सफलता का फॉर्मूला
नागपुर: रवींद्र जडेजा के चोटिल होने के बाद टीम इंडिया में टी20 विश्व कप के लिए बांए हाथ के स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल को टीम में शामिल किया गया है। ऐसे में अक्षर पटेल के प्रदर्शन में भी लगातार सुधार होता जा रहा है। अक्षर टीम को रवींद्र जडेजा की गेंदबाजी के दौरान कमी महसूस नहीं होने दे रहे हैं, बल्लेबाजी में उन्हें अपना जौहर दिखाने के ज्यादा मौके भी नहीं मिले हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच की टी20 सीरीज में मोहाली में अक्षर ने धमाकेदार शुरुआत की थी। पहले टी20 में उन्होंने 4 ओवर में 17 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए थे। 24 गेंदों में से 12 में अक्षर ने एक भी रन नहीं दिया था। अपने इसी फॉर्म को नागपुर में जारी रखते हुए अक्षर ने 2 ओवर में 13 रन देकर 2 विकेट चटकाए और टीम की जीत में अहम भूमिका अदा की।
जैसा चाहता हूं वैसी हो रही है गेंदबाजी
अक्षर पटेल ने अपनी सफलता के बारे में चर्चा करते हुए कहा, जो चाह रहा हूं वैसा हो रहा है। मैं अपनी स्ट्रेंथ पर गेंदबाजी करना चाहता हूं और वैसा कर पा रहा हूं। स्टंप टू स्टंप गेंदबाजी करें तो सब अच्छा होता है। मेरा आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है।
वीडियो एनालिस्ट से ले रहे है मदद
विकेट लेने के लिए क्या कर रहे हैं, वीडियो एनालिस्ट हैं टीम के साथ वो वीडियो दिखाते रहते हैं बताते रहते हैं कि किस बैट्समैन की क्या कमजोरी है। टीम मीटिंग्स में भी यही बात होती है कि कौन सा बैट्समैन कैसे शॉट्स खेलता है। जैसे कि आजकल स्वीप और रिवर्स स्वीप ज्यादा खेलते हैं तो उसके लिए आप ज्यादा प्रिडिक्टेबल ना हों। इसी को ध्यान में रखते हुए पिछले मैच में मैने फुल बॉल कैमरून ग्रीन को डाली थी और वो आउट हो गए थे।
विकेट टू विकेट गेंदबाजी पर रहता है ध्यान
अपनी पॉवरप्ले में गेंदबाजी के बारे में अक्षर ने कहा, नई गेंद से जब मैं गेंदबाजी करता हूं तो गेंद थोड़ी स्किड होती है। उस दौरान जिस लाइन लेंथ से गेंद डालता हूं वहां पर बल्लेबाज के लिए मारना थोड़ा मुश्किल होता है। मैं उस दौरान चीजों को ज्यादा जटिल नहीं बनाता हूं। मैं कोशिश करता हूं कि अपनी लाइन लेंथ पर ध्यान दूं और विकेट टू विकेट गेंदबाजी करूं। ये ना सोचूं कि बैट्समैन मेरे खिलाफ ये शॉट्स खेलेगा या वो शॉट्स खेलेगा तो हम अपनी लाइन लेंथ में बदलाव करते हैं तब गलतियां होती हैं। अच्छी गेंद पर अगर बल्लेबाज मेरे खिलाफ शॉट्स खेले तो कोई दिक्कत नहीं होती है मैं दोबारा वही गेंद डालता हूं। इतने साल से मैं गेंदबाजी इस तरह कर रहा हूं और सफल हो रहा हूं। तो क्यों ना ऐसा करता हूं।
कम गेंद में ज्यादा रन बनाने का नेट्स पर करता हूं अभ्यास
अक्षर ने अपनी बैटिंग के बारे में कहा, मैं इसी तरह बैटिंग की भी तैयारी करता हूं। अगर मुझे मौका मिलेगा कि 10 या 11 ओवर के बाद बैटिंग करने जाऊं, तो ये देखना होगा कि कौन से गेंदबाज हैं जिन्हें टारगेट करना पड़ेगा। मैं टीम की प्लानिंग के हिसाब से नेट्स में अभ्यास करता हूं कि मुझे कम गेंदों में ज्यादा रन बनाने होंगे और दो-तीन ओवरों में रन गति को बढ़ानी होगी।
आईपीएल में फिनिशर की भूमिका अदा करने से बढ़ा आत्मविश्वास
उन्होंने आगे कहा, इस साल मुझे जिम्मेदारी दी गई थी कि दिल्ली कैपिटल्स के लिए फिनिशर का रोल अदा करना था। ऐसे में आप अगर टीम को 2-3 मैच जिताते हैं तो बल्लेबाजी में आपका विश्वास और बढ़ता है। मुझे लगता है कि मैं उसे लेकर ही आगे चल रहा हूं।