- टीम इंडिया का प्रमुख खिलाड़ी नहीं खेलना चाहता टेस्ट क्रिकेट
- करीबियों से पता चला कि खिलाड़ी का टेस्ट से मन खत्म हो गया है
- इस खिलाड़ी को इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया
नई दिल्ली: बीसीसीआई ने हाल ही में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा की थी। इसमें कई खिलाड़ियों को नजरअंदाज किया गया, जिसमें से एक भुवनेश्वर कुमार भी थे। अब खबर आ रही है कि तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का टेस्ट क्रिकेट खेलने से मन भर गया है और वह अपना पूरा ध्यान केवल टी20 क्रिकेट पर लगा रहे हैं। जी हां, भुवी के बारे में खबर है कि टेस्ट क्रिकेट में उनकी खेलने की इच्छा समाप्त हो गई है।
भुवनेश्वर कुमार ने आखिरी टेस्ट जनवरी 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। चोट के कारण भुवी अगले कई टेस्ट मैचों से बाहर रहे, लेकिन इंग्लैंड दौरा वो मौका माना जा रहा था, जिसमें लाल गेंद क्रिकेट में उनकी वापसी हो सकती है।
कुमार के एक करीबी सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में यह स्वीकार किया। 31 साल के भुवनेश्वर कुमार के करीबी ने कहा कि क्रिकेटर की टेस्ट और वनडे क्रिकेट को लेकर भूख खत्म हो गई है और वह अगले टी20 मौकों पर पूरा ध्यान लगा रहे हैं, विशेषकर टी20 विश्व कप। सूत्र ने कहा, 'भुवनेश्वर कुमार अब पूरा ध्यान अगले टी20 मौकों पर लगा रहे हैं। भुवी अब टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं। उनकी वह भूख खत्म हो गई है। ईमानदारी से कहूं तो चयनकर्ता भुवी को 10 ओवर का भूखा भी नहीं पा रहे हैं, टेस्ट क्रिकेट तो भूल ही जाईए। इसमें कोई संदेह नहीं कि यह भारतीय क्रिकेट का नुकसान है क्योंकि एक गेंदबाज अगर इंग्लैंड दौरे पर सेलेक्ट हो जाता तो उसमें वह भूख बरकरार रहती।'
भुवनेश्वर कुमार ने भारत-इंग्लैंड के बीच सीमित ओवर सीरीज में दमदार वापसी की थी। तीन वनडे में उन्होंने 22.90 की औसत से 6 विकेट लिए थे। वहीं पांच टी20 इंटरनेशनल में चार विकेट झटके थे। आईपीएल 2021 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हुए भुवी ने ज्यादा गेंदबाजी नहीं की क्योंकि निलंबित लीग में छोटी चोट के कारण वह कुछ मैचों से बाहर रहे।
इंग्लैंड में भुवी का रिकॉर्ड
भुवनेश्वर कुमार का चयन नहीं होना आश्चर्यजनक फैसला लगा क्योंकि इंग्लैंड की स्विंग स्थितियों में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। 2014 दौरे में भुवी ने पांच मैचों में 19 विकेट चटकाए थे। यह इंग्लैंड की धरती पर किसी भारतीय द्वारा एक सीरीज में लिए गए सबसे ज्यादा विकेट थे। लॉर्ड्स में उन्होंने करियर की बेस्ट गेंदबाजी करते हुए 82 रन देकर छह विकेट झटके थे। पूरी सीरीज में भारत की यह एकमात्र जीत थी।
भारतीय टीम के पास काफी अच्छे तेज गेंदबाज हैं और अब यह देखना होगा कि कोई आगामी टेस्ट सीरीज में भुवनेश्वर कुमार जैसा प्रभाव छोड़ने में सफल होगा या नहीं।