नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने शनिवार को पाकिस्तान के खिलाफ एडिलेड ओवल मैदान में दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन तिहरा शतक जड़कर धमाका कर दिया। उन्होंने 418 गेंदों में नाबाद 335* रन बनाए। उन्होंने इस दौरान 39 चौके और 1 छक्का मारा। वॉर्नर का तिहरा शतक पूरा होने के कुछ देर बाद ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी 3 विकेट के नुकसान पर 589 रन बनाकर घोषिष कर दी।
ऐसे में कई लोगों को लगा कि कप्तान टिम पेन ने वॉर्नर से सबसे बड़ी टेस्ट पारी का रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका नहीं दिया। पेन के फैसले से टेस्ट में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा भी निराशा है। उनका कहना है कि वह वार्नर द्वारा अपने रिकार्ड तोड़े जाने का इंतजार कर रहे थे।
मालूम हो कि लारा ने टेस्ट क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर 15 साल पहले बनाया था। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 2004 में सेंट जोंस में नाबाद 400 रन की पारी खेली थी। वॉर्नर जिस लय में बल्लेबाज कर रहे थे लगा रहा था कि वह आसानी से 400 का आंकड़ा पार कर लेंगे। लेकिन अब यह रिकॉर्ड कब टूटेगा यह तो समय ही बता पाएगा।
न्यूज कॉर्प ने लारा के हवाले से लिखा है, 'वह शानदार पारी थी। मैं समझ सकता हूं, ऑस्ट्रेलिया का मैच जीतना बड़ी बात है और मौसम इसमें बड़ा अहम है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया अगर आगे जाती तो मुझे अच्छा लगता। यहां रहते हुए मैं यह देखना पसंद करता। अगर वह कहते, डेविड तुम्हारे पास 12 ओवर हैं। देखते हैं कि क्या आप यह चायकाल तक कर पाते हैं.. यह लाजवाब होता।' लारा बीते शनिवार को एक विज्ञापन के संबंध में एडिलेड में ही थे।
वॉर्नर एडिलेड ओवल में तिहरा शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज हैं। साथ ही एडिलेड पर टेस्ट क्रिकेट में यह किसी बल्लेबाज का सर्वाधिक स्कोर है। इससे पहले यह रिकॉर्ड ब्रैडमैन के नाम था। ब्रैडमैन ने 1931-1932 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 299 रन की पारी खेली थी। लारा ने कहा, 'सर डॉन ब्रेडमैन को पीछे छोड़ने के बाद मैं उन्हें मेरे रिकार्ड के पीछे भागते देखना पसंद करता। मैं कॉमेंट्री सुन रहा था कि क्या वे मैथ्यू हेडन के 380 के करीब पहुंचे, लेकिन मुझे लगा कि अगर वह 381 तक जाएंगे तो निश्चित तौर पर मेरे रिकार्ड के पीछे भी जाएंगे।'