- गुरुवार से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट
- जो रूट की कप्तानी में मेजबान इंग्लैंड के ऊपर होगा वापसी का दबाव
- 32 साल बाद इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने के इरादे से उतरेगी जेसन होल्डर की कप्तानी वाली टीम
मैनचेस्टर: इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच गुरुवार से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला जाएगा। बेन स्टोक्स की कप्तानी वाली मेजबान इंग्लैंड को साउथैम्पट में खेले गए सीरीज के पहले मैच में पांच दिन तक चले कड़े मुकाबले में 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। दोनों टीमों के बीच उस मैच में टक्कर बराबरी की रही लेकिन अंत में बाजी कैरेबियाई टीम के हाथ लगी। ऐसे में नियमित कप्तान जो रूट की वापसी से मेजबान टीम का मनोबल निश्चित तौर पर बढ़ेगा।
32 साल बाद सीरीज जीतने का है विंडीज का लक्ष्य
जो रूट की कप्तानी में इंग्लैंड की टीम जहां सीरीज में बराबरी के इरादे से उतरेगी। वहीं वेस्टइंडीज की नजर सीरीज जीत के इरादे से मैदान में उतरेगी। साल 1988 के बाद से वेस्टइंडीज की टीम इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है। ऐसे में उसके पास मौजूदा सीरीज में शुरुआती बढ़त को जीत में तब्दील करने का शानदार मौका है। जेसन होल्डर की कप्तानी वाली टीम इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराने के इरादे के साथ मैदान में उतरेगी। हालांकि इंग्लैंड को वेस्टइंडीज दौरे पर भी टेस्ट सीरीज 1-2 के अंतर से गंवानी पड़ी थी। अगर मैनचेस्टर टेस्ट इंग्लैंड गंवा देती है तो ये विंडीज के खिलाफ लगातार दूसरी सीरीज हार होगी।
पिछली दस सीरीज में आठ बार गंवाया है पहला टेस्ट
इंग्लैंड की टीम सीरीज में हारकर वापसी करने की आदी सी हो गई है। पिछली दस सीरीज में से आठ बार वो पहला टेस्ट हारने के बाद सीरीज में वापसी करने में सफल रही है। इसी साल मार्च में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी सीरीज का पहला मैच गंवाकर उसने 4 मैच की सीरीज 3-1 के अंतर से अपने नाम की थी। ऐसे में इंग्लैंड को कम या कमजोर आंकने की भूल होल्डर की टीम कतई नहीं करेगी।
इंग्लैंड की बल्लेबाजी पहले टेस्ट में कमजोर रही थी। ऐसे में नियमित कप्तान जो रूट की वापसी के बाद लचर प्रदर्शन करने वाले जो डेनली को अपनी जगह गंवानी पड़ सकती है। साउथैम्पटन टेस्ट में वो 18 और 29 रन की पारियां खेल सके थे। रूट की वापसी से इंग्लैंड के मध्यक्रम को निश्चित तौर पर मजबूती मिलेगी। पहले टेस्ट में जैक क्राउली, ओली पोप बेन स्टोक्स शामिल ने शानदार प्रदर्शन किया था। दूसरी पारी में जैक क्राउली ने 76 रन की शानदार पारी खेली थी। ओली पोप का बल्ला दोनों पारियों में खामोश रहा था और वो दोनों पारियों में 12-12 रन बना सके थे। वहीं बने स्टोक्स ने 43 और 46 रन की पारी खेली लेकर दोनों ही बार वो अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील करने से चूक गए।
रूट पर होगा दबाव
दूसरे बच्चे के जन्म के बाद टीम में वापसी कर रहे जो रूट पर निश्चित तौर पर वापसी का दबाव होगा। इंग्लैंड के कोच क्रिस सिल्वरवुड ने स्वीकार किया कि रूट पर थोड़ा दबाव होगा। उन्होंने कहा, 'हम जो (रूट) से अच्छी पारियां देखने के लिये बेताब हैं लेकिन निश्चित तौर पर उस पर थोड़ा दबाव होगा। जॉक लगातार सुधार कर रहा है और उसने (साउथैम्पटन में) जो पारी खेली उससे उसकी परिपक्वता झलकती है।'
स्टुअर्ट ब्रॉड की होगी वापसी
इंग्लैंड ने पिछले मैच में अनुभवी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड को भी अंतिम एकादश में शामिल नहीं करने का विवादास्पद फैसला किया था। ब्रॉड ने इस पर सार्वजनिक तौर पर अपनी निराशा भी व्यक्त की थी। वह फिर से जेम्स एंडरसन के साथ नयी गेंद का जिम्मा संभाल सकते हैं। ऐसे में मार्क वुड या जोफ्रा आर्चर में से किसी को बाहर बैठना होगा।
बटलर का खराब फॉर्म चिंता का विषय
इंग्लैंड के लिये विकेटकीपर जोस बटलर की अपनी दोनों भूमिकाओं में खराब फार्म चिंता का विषय है। उन्होंने पहली पारी में 35 रन बनाये लेकिन दूसरी पारी में नौ रन बनाकर आउट हो गये। यही नहीं उन्होंने जर्मेन ब्लैकवुड को दूसरी पारी में शुरू में जीवनदान दिया। ब्लैकवुड ने इसका फायदा उठाकर 95 रन की मैच विजेता पारी खेली। बटलर के हालांकि अंतिम एकादश में बने रहने की संभावना है।
विंडीज नहीं करेगा टीम में बदलाव
जेसन होल्डर पहले टेस्ट में जीत हासिल करने वाली टीम के साथ ही दूसरे मैच में उतर सकता है। शाई होप की खराब फॉर्म उसके लिये चिंता का विषय हो सकता है जो लंबी पारी खेलने के अपने इरादों को पहले मैच में मूर्तरूप नहीं दे पाये थे। ब्लैकवुड ने हालांकि मुश्किल परिस्थितियों में बेहतरीन प्रदर्शन करके टीम को जीत दिलायी थी और इस बीच उन्हें रोस्टन चेस और विकेट शेनन डाउरिच का भी अच्छा साथ मिला था। पिछले मैच में कप्तान जेसन होल्डर, शेनन गैब्रियल और अल्जारी जोसेफ ने शानदार गेंदबाजी की। केमार रोच ने हालांकि अच्छी लय में बॉलिंग की लेकिन उन्हें मैच में कोई विकेट नहीं मिला।
दोनों टीम इस प्रकार हैं :
इंग्लैंड : जो रूट (कप्तान), डोम सिबली, रोरी बर्न्स, जो रूट, जैक क्रॉउली, बेन स्टोक्स, ओली पोप, जोस बटलर (विकेटकीपर), डॉम बेस, जोफ्रा आर्चर, स्टुअर्ट ब्रॉड, मार्क वुड, जेम्स एंडरसन, जो डेनली।
वेस्टइंडीज: जैसन होल्डर (कप्तान) जॉन कैंपबेल, क्रेग ब्रैथवेट, शामरा ब्रूक्स, शाई होप, रोस्टन चेस, जर्मेन ब्लैकवुड, शेन डाउरिच (विकेटकीपर), अल्जारी जोसेफ, केमार रोच, शैनन गैब्रियल।