- दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार नहीं रहे
- उनका बुधवार सुबध को निधन हो गया
- अभिनय सम्राट काफी समय से बीमार थे
हिंदी सिनेमा के दिग्गज एक्टर दिलीप कुमार नहीं रहे। उन्होंने 98 साल की उम्र में बुधवार को दुनिया को अलविदा कह दिया। अभिनय सम्राट और ट्रेजडी किंग ने मुंबई के एक अस्पताल में सुबह 7.30 बजे अंतिम सांस ली। वह पिछले काफी से बीमार थे। उन्हें सांस लेने में दिक्कत के कारण 29 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 1950 के दशक में अपने फिल्मी करियर का आगाज करने वाले दिलीप कुमार ने कई शानदार और यादगार फिल्मों से लोगों के दिलों में जगह बनाई। उनका असली मोहम्मद यूसुफ खान था। उनकी मौत से फैंस गम में डूब गए हैं। उनके निधन पर क्रिकेट जगत में भी शोक की लहर है। भारतीय क्रिकेटर्स सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर एक्टर को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
'जीनियस एक्टर ने जबरदस्त बड़ा प्रभाव डाला'
श्रीलंका दौरे पर गई भारतीय टीम के कप्तान और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने ट्वीट किया, 'दिलीप साहब के निधन से गहरा दुख पहुंचा। एक जीनियस एक्टर, जिसने भारतीय सिनेमा पर जबरदस्त बड़ा प्रभाव डाला। आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत।' दिग्गज भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने लिखा कि मोहम्मद यूसुफ उर्फ दिलीप कुमार साहब .. वह हिंदी फिल्म उद्योग के 1940-1960 के दशक के 'सुनहरे दौर' के अंतिम जीवित सितारों में से एक थे। दिलीप साहब आपको अनंत शांति मिले।
'तकदीरें बदल जाती हैं, जमाना बदल जाता है...'
टीम इंडिया पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट किया, 'दिलीप कुमार के परिवार के प्रति गहरी संवेदना। महान इंसान ने कहा था 'तकदीरें बदल जाती हैं, जमाना बदल जाता है, मुल्कों की तारीख बदल जाती है, शहंशाह बदल जाते हैं, मगर इस बदलती हुई दुनिया में मोहब्बत जिस इंसान का दमन थाम लेती है, वो इंसान नहीं बदलता।' वहीं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर ने लिखा, 'यह जानकर दुख हुआ कि दिलीप कुमार साहब नहीं रहे। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदना। वह फिल्म उद्योग के महानतम आइकन्स में से एक थे और वह अपने काम के जरिए हमेशा जीवित रहेंगे।'
'यूसुफ साहब के फैंस के लिए बहुत बड़ी क्षति'
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने भी दिलीप कुमार को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ट्विटर पर कहा, 'केपीके (खैबर पख्तूनख्वा) से लेकर मुंबई और दुनिया भर में यूसुफ खान साहब के फैंस के लिए एक बहुत बड़ी क्षति। वह हमारे दिलों में हैं। सायरा बानो साहिबा के प्रति गहरी संवेदना।' बता दें कि दिलीप कुमार का जन्म पाकिस्तानी के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुआ था।
गौरतलब है कि दिलीप कुमार ने साल 1944 में फिल्म ज्वार भाटा से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया था। इसके बाद वो फिल्म अंदाज, बाबुल, दीदार, आन, दाग, देवदास, आजाद, नया दौर, तराना, मधुमति, कोहिनूर, मुगल-ए-आजम, गंगा जमुना, राम और श्याम, क्रांति, शक्ति, मशाल और सौदागर जैसी फिल्मों में दिखाई दिए।