कहते हैं क्रिकेट अनिश्चिताओं का खेल है। साथ ही क्रिकेटर्स का करियर भी उतरा-चढ़ाव से भरा होता है। कई बार अनचाहे रिकॉर्ड और आंकड़े खिलाड़ियों के नाम पर दर्ज हो जाते हैं, जिन्हें कोई भी याद रखना नहीं चाहता। ऐसा ही एक आंकड़ा इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज ग्राहम डिल्ले से जुड़ा है, जिससे उनका शुमार बेहद अनलकी खिलाड़ियों में होता है। बता दें कि आज यानी मंगलवार को डिल्ले का जन्मदिन है। वह 18 मई, 1959 को केंट में पैदा हुए थे। हालांकि, ग्राहम लंबे वक्त तक जिंदा नहीं रह पाए। उनका 53 साल की उम्र में 2011 में निधन हो गया था।
95 प्रतिशत मुकाबलों में मिली शिकस्त
टीम में मौजूद हर खिलाड़ी अपनी पूरी जी जान लगाकार खेलता है। लेकिन कई बार किस्मत को कुछ और ही मंजूर होता है और मेहनत पर पानी फिर जाता है। ग्राहम डिल्ले ने अपने टेस्ट करियर में 41 मुकाबले खेले। मगर उनके रहते इंग्लैंड को 95 प्रतिशत मैचों में शिकस्त का सामना करना पड़ा यानी टीम को 39 मुकाबलों में हार मिली। वहीं, इंग्लैंड की टीम डिल्ले के होते हुए सिर्फ 2 ही मैच जीत पाई। यह दोनों जीत टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली। इंग्लैंड ने 1981 में कंगारू टीम को 18 रन से जबकि 1986 में 7 विकेट से पटखनी दी।
दोनों जीत में ऐसा रहा डिल्ले का प्रदर्शन
ग्राहम डिल्ले के रहते टीम को जो पहली जीत मिली, उसमें वह दो अहम विकेट चटका पाने में सफल रहे थे। उन्होंने साथ ही इयान बॉथम के साथ 117 रन की पार्टनरशिप की थी, जो अहम साबित हुई। डिल्ले ने 56 रन की पारी खेली थी। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज जॉन डायसन और रे ब्राइट को पवेलियन की राह दिखाई थी। डिल्ले ने दूसरी जीत में अच्छा दर्शन किया था। उन्होंने मैच में कुल 6 विकेट झटके। उन्होंने पहली पारी में पांच विकेट अपने खाते में डाले थे। वहीं, डिल्ले के ओवरऑल टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने 41 मैचों की 65 पारियों में 29.76 की औसत से 138 विकेट हासिल किए।