- हरमनप्रीत कौर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जमाया
- हरमनप्रीत कौर ने वर्ल्ड कप में अपना तीसरा शतक जमाया
- कौर वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे ज्यादा शतक जमाने वाली भारतीय महिला बल्लेबाज बनीं
हैमिल्टन: हरमनप्रीत कौर ने शनिवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ आईसीसी महिला वर्ल्ड कप 2022 के 10वें मैच में अपने वनडे करियर का चौथा शतक जमाया और एक खास रिकॉर्ड अपने नाम किया। हरमनप्रीत कौर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 107 गेंदों में 10 चौके और दो छक्के की मदद से 109 रन बनाए। भारत ने हरमनप्रीत कौर की पारी की बदौलत निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 317 रन बनाए। हरमनप्रीत कौर महिला वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे ज्यादा शतक जमाने वाली भारतीय महिला बल्लेबाज बन गई हैं।
हरमनप्रीत कौर ने महिला वर्ल्ड कप में अपना तीसरा शतक जमाया और मिताली राज व स्मृति मंधाना को पीछे छोड़ा। मिताली और स्मृति दोनों ने महिला वर्ल्ड कप में दो-दो शतक जमाए हैं। स्मृति मंधाना ने इसी मुकाबले में अपना दूसरा वर्ल्ड कप शतक जमाया और उन्होंने हरमनप्रीत कौर के साथ चौथे विकेट के लिए रिकॉर्ड साझेदारी भी की। दोनों ने चौथे विकेट के लए 184 रन की साझेदारी की, जो कि भारत की वेस्टइंडीज के खिलाफ या भारत के लिए चौथे विकेट की सर्वश्रेष्ठ साझेदारी है। महिला वर्ल्ड कप में किसी भी टीम के किसी भी विकेट के लिए यह सबसे बड़ी साझेदारी है।
यहां भी नंबर-1 बनीं हरमनप्रीत कौर
हरमनप्रीत कौर मौजूदा वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज बन गई हैं। हरमनप्रीत कौर ने तीन मैचों की तीन पारियों में एक शतक और एक अर्धशतक की मदद से 185 रन बनाए। इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर हमवतन स्मृति मंधाना काबिज हैं, जिनके तीन मैचों में एक शतक और एक अर्धशतक की मदद से 181 रन हैं। ऑस्ट्रेलिया महिला टीम की रचेल हेंस दो मैचों में 164 रन की साथ इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। वेस्टइंडीज की हेली मैथ्यूज चौथे नंबर पर हैं, जिनके नंबर अभी बदल रहे हैं। पांचवें नंबर पर न्यूजीलैंड की सोफी डेविन काबिज हैं, जिन्होंने तीन मैचों में 157 रन बनाए हैं।
भारतीय महिला क्रिकेट इतिहास में यह तीसरा मौका रहा जब एक ही मैच में दो बल्लेबाजों ने शतक जमाए हो। बहरहाल, भारतीय टीम ने महिला विश्व कप में अपना सबसे बड़ा स्कोर बनाया है। वैसे, वनडे इतिहास में यह तीसरा मौका है जब भारतीय टीम ने 300 से ज्यादा का स्कोर बनाया हो, लेकिन महिला वर्ल्ड कप में यह पहला मौका है जब भारत ने 300 रन का आंकड़ा पार किया।