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Asia Cup 2022: विराट कोहली का बड़ा खुलासा, बताया- '10 साल में पहली बार पिछले एक महीने नहीं छुआ बल्ला'

Updated Aug 27, 2022 | 18:44 IST

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने एशिया कप के लिए टीम में वापसी करते हुए खुलासा किया कि वो मानसिक रूप से कमजोर पड़ गए थे और पिछले एक महीने तक उन्होंने बैट को हाथ भी नहीं लगाया।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
विराट कोहली( साभार BCCI)
मुख्य बातें
  • विराट कोहली ने आखिरकार मानी मानसिक रूप से कमजोर होने के बात
  • विंडीज और जिंबाब्वे दौरे से आराम लेने के बाद नहीं छुआ एक महीने तक बल्ला
  • एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ बड़े मुकाबले में करेंगे वापसी

दुबई: लंबे समय तक खराब फॉर्म में रहने का प्रभाव विराट कोहली के मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ा है और इस पूर्व भारतीय कप्तान ने स्वीकार किया कि एशिया कप से पहले एक महीने के लंबे विश्राम के दौरान उन्होंने अपने बल्ले को छुआ तक नहीं। कोहली ने लगभग तीन साल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई शतक नहीं लगाया है और इस खराब फॉर्म का असर उन पर पड़ा है। उन्होंने खुलासा किया कि अपनी मानसिक मजबूती दिखाने के प्रयास में कुछ अवसरों पर उन्होंने दिखावे का जोश दिखाया।

मानसिक रूप से पड़ गया था कमजोर
इस पूर्व भारतीय कप्तान ने स्टार स्पोर्ट्स के एक कार्यक्रम में कहा, 'मुझे याद स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं कि मैं मानसिक रूप से कमजोर पड़ गया था। पिछले 10 वर्षों में पहली बार मैंने एक महीने तक अपने बल्ले को छुआ तक नहीं। मुझे यह अहसास हुआ कि मैं कुछ अवसरों पर दिखावे का जोश दिखा रहा था।'

नहीं गए थे वेस्टइंडीज और जिंबाब्वे के दौरे पर 
कोहली ने इंग्लैंड दौरे के बाद विश्राम ले लिया था तथा वह वेस्टइंडीज और जिंबाब्वे दौरे पर नहीं गए थे। उन्होंने कहा, 'मैं खुद को आश्वस्त कर रहा था तुम्हारे पास जोश और जज्बा है लेकिन मेरा शरीर रुकने के लिए कह रहा था। मेरा दिमाग मुझे विश्राम लेने के लिए कह रहा था।'

कोई नहीं चाहता मानसिक रूप से कमजोर दिखना
खिलाड़ियों का मानसिक स्वास्थ्य वास्तविकता है और हाल में बेन स्टोक्स ने भी इसे स्वीकार किया था। कोहली ने चीजों को खुद पर हावी नहीं होने देने के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, 'ऐसा अहसास होना सामान्य बात है लेकिन हम इस बारे में बात नहीं करते क्योंकि हम हिचकिचाते हैं। हम मानसिक रूप से कमजोर नहीं दिखना चाहते हैं। मेरा विश्वास करो, मजबूत होने के लिए झूठ बोलना कमजोर होने की तुलना में कहीं अधिक बुरा है।'

हर किसी की होती है एक सीमा
कोहली ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता में खेले गए टेस्ट मैच में लगाया था। इंग्लैंड दौरे में पांच मैचों में उनका उच्चतम स्कोर 20 रन रहा। कोहली ने कहा, 'मुझे एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा जाता है जो मानसिक रूप से बहुत मजबूत है और मैं हूं भी। लेकिन हर किसी की एक सीमा होती है और आपको उस सीमा को पहचानने की जरूरत होती है, नहीं तो चीजें आपके खिलाफ जा सकती हैं।'

किसी भी स्थिति में दिलाना चाहता हूं टीम को जीत
उन्होंने कहा, 'इस बार ने मुझे काफी कुछ सिखाया जिन्हें मैं सामने नहीं आने देना चाह रहा था। लेकिन जब वह सामने आए तो मैंने उन्हें आत्मसात किया।' कोहली अब एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 28 अगस्त होने वाले मैच में वापसी करेंगे। उन्होंने कहा, 'मैं किसी भी स्थिति में अपनी टीम को जीत दिलाना चाहता हूं। और अगर इसका मतलब है कि जब मैं मैदान से बाहर निकलता हूं तो मेरी सांसें फूल जाती हैं तो ऐसा ही हो।'

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