- भारत बनाम पाकिस्तान, 1992 क्रिकेट विश्व कप मैच
- विश्व कप मैच में जावेद मियांदाद ने की थी शर्मनाक हरकत
- भारतीय टीम ने आज ही के दिन पाकिस्तान को सिखाया था सबक
नई दिल्ली। क्रिकेट की दुनिया में अगर एक मुकाबला ऐसा है जिसे देखने के लिए फैंस हमेशा उत्साहित रहते हैं, तो वो है भारत-पाकिस्तान मैच। अब अगर ये मुकाबला क्रिकेट विश्व कप का हो, तो उत्सुकता और दीवानगी और बढ़ जाती है। आज ही के दिन (4 मार्च) भारत और पाकिस्तान के बीच पहली बार क्रिकेट विश्व कप में टक्कर हुई थी। साल 1992 के क्रिकेट विश्व कप में सिडनी का मैदान इसका गवाह बना था। उस मैच में काफी कुछ ऐसा हुआ था जो यादगार बना लेकिन एक घटना सबसे अलग थी।
वो वायरल वीडियो, इंटरनेट वीडियोज और मोबाइल फोन का जमाना नहीं था..लेकिन अगर होता तो पाकिस्तानी बल्लेबाज जावेद मियांदाद और भारतीय विकेटकीपर किरण मोरे के बीच हुई वो घटना खूब वायरल होती। उनकी वो घटना उस समय तो बेशक वायरल नहीं हुई लेकिन सालों से उस घटना को भुलाया नहीं गया और उसका वीडियो आज भी देखकर लोग हंस देते हैं।
सचिन कर रहे थे बॉलिंग..
पाकिस्तान का स्कोर 2 विकेट पर 85 रन था। जावेद मियांदाद बैटिंग कर रहे थे और महान पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर बॉलिंग कर रहे थे। सचिन की एक गेंद को मियांदाद ने लेग साइड पर खेलने की कोशिश की लेकिन गेंद विकेटकीपर मोरे के हाथों में चली गई।
किरण मोरे ने गेंद लपकते ही खूब चिल्लाते हुए देर तक विकेट के लिए अपील की, लेकिन अंपायर ने इस मांग को खारिज कर दिया। इससे मियांदाद खुश नहीं दिखे और उनके और मोरे के बीच कुछ कहासुनी हुई। मियांदाद ने अंपायर से शिकायत भी की लेकिन उसी ओवर में मियांदाद ने फिर से एक गेंद पर मियांदाद को रन आउट करने की कोशिश में गिल्लियां गिरा दीं। लेकिन मियांदाद क्रीज के अंदर पहुंच चुके थे।
बेशक ये किरण मोरे का विरोधी बल्लेबाज व टीम पर दबाव बनाने का अंदाज था। विकेटकीपर ऐसा करते आए हैं और आज भी ये नजारे देखने को मिल जाते हैं। लेकिन जावेद मियांदाद बहुत नाराज हो गए और बल्ला दोनों हाथों में पकड़कर किसी कंगारू या बंदर की तरह जोर-जोर से ऊपर-नीचे उछलने लगे। वो बार-बार अपील कर रहे मोरे को चिढ़ाना चाहते थे लेकिन उल्टा उन्होंने खुद का ही मजाक बनवा लिया।
ये है उस घटना का वीडियो
कैसा रहा था मैच का नतीजा?
सिडनी में खेले गए उस वनडे मैच में मोहम्मद अजहरुद्दीन की अगुवाई में भारतीय टीम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी। भारत की तरफ से सचिन तेंदुलकर ने 62 गेंदों पर नाबाद 54 रनों की अच्छी पारी खेली और भारतीय टीम ने 49 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 216 रन बनाए।
पाकिस्तान के सामने 49 ओवर में 217 रनों का लक्ष्य था। ओपनर आमिर सोहैल ने 62 रनों की पारी खेलकर अच्छी शुरुआत भी दी, फिर जावेद मियांदाद ने 40 रनों की पारी खेली, लेकिन फिर भी पाकिस्तानी टीम 48.1 ओवर में 173 रनों पर सिमट गई।
भारत की तरफ से उस दिन कपिल देव, मनोज प्रभाकर, जवागल श्रीनाथ ने 2-2 विकेट लिए। जबकि सचिन तेंदुलकर और वेंकटपथी राजू ने 1-1 विकेट लिया। सचिन तेंदुलकर को अर्धशतक और एक विकेट के लिए 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया था। भारत आज तक आईसीसी वनडे विश्व कप इतिहास में पाकिस्तान के खिलाफ एक भी मैच नहीं हारा है।