- आईपीएल गवर्निंग काउंसिल में लिया गया ओपनिंग सेरमनी को लेकर फैसला
- बोर्ड ने बताया इसे पैसों की बर्बादी, प्रशंसकों की नहीं होती है रुचि
- ब्रिजेश पटेल ने की मुंबई में आयोजित गवर्निंग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता
नई दिल्ली: सौरव गांगुली द्वारा 24 अक्टूबर को बीसीसीआई के अध्यक्ष पद की कमान संभालने के बाद बोर्ड नें बड़ी तेजी से काम हो रहा है। सौरव गांगुली ने बतौर अध्यक्ष कार्यभार संभालने के बाद सबसे पहले डे नाइट टेस्ट को लेकर फैसला किया। उन्होंने कप्तान विराट कोहली और बांग्लादेश क्रिकेट टीम को 22 नवंबर से कोलकाता के इडेन गार्डन्स में खेले जाने वाले मैच को डे नाइट टेस्ट में तब्दील करने के लिए राजी कर लिया। ऐसे में उनकी अगुवाई वाली टीम ने आईपीएल 2020 में एक बड़ा बदलाव करने की योजना पर काम कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बोर्ड अगले साल होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें संस्करण में ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन नहीं किया जाएगा। आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने इसे पैसे की बर्बादी बताया है। पिछली बार 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद बीसीसीआई ने आईपीएल ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन नहीं करने का फैसला किया था और इससे बची राशि को सैन्य बलों को दान दिया था। ऐसे में अब बीसीसीआई पूरी तरह ओपनिंग सेरेमनी को समाप्त करने की योजना बना रहा है।
बीसीसीआई के एक अधिकारी का इस बारे में कहा, 'फैन्स की रुचि ओपनिंग सेरमनी में नहीं होती है। इसके लिए बोर्ड को इसमें परफॉर्म करने वाले स्टार्स को मोटी रकम देनी पड़ती है। ओपनिंग सेरेमनी पैसे की बर्बादी है जबकि फैन्स को इसमें रत्ती भर भी रुचि नहीं होती है।'
पूर्व टेस्ट क्रिकेटर ब्रिजेश पटेल की अगुवाई वाली आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की मुंबई में बीसीसीआई मुख्यालय में हुई बैठक में अगले सीजन के बारे में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इसमें एक बड़ा निर्णय नो बॉल पर नजर रखने के लिए एक विशेष अंपायर की नियुक्त का रहा। पिछले कुछ सीजन में नो बॉल को लेकर कई बड़े विवाद हुए हैं। इसके अलावा बैठक में फ्यूचर टूर प्रोग्राम विंडो, विदेशी खिलाड़ियों की उपलब्धता और विदेश में फ्रेचाइजियों द्वारा मैत्री मैच खेलने के बारे में गहन चर्चा हुई।
ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन आईपीएल के पहले सीजन से अबतक लगातार होता रहा है। पिछली बार ही विशेष परिस्थितियों की वजह से ऐसा नहीं हो सका। सेरेमनी में सभी टीमों के कप्तानों को उपस्थित रहना होता था। जिसमें स्पिरिट ऑफ क्रिकेट जैसा इवेंट होता था। हालांकि आईपीएल 2018 में चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियन्स के कप्तानों को ओपनिंग सेरेमनी में भाग नहीं लेने की छूट दी थी।