दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के करीब नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ करने उतरे छात्रों का विरोध हिंसक हो गया। पुलिस ने तकरीबन 50 छात्रों को हिरासत में लिया है। ये विरोध और उग्र व हिंसक हो गया जब छात्र विश्वविद्यालय से दक्षिणी दिल्ली की ओर बढ़ने लगे। हालातों को काबू में लाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और छात्रों पर लाठीचार्ज भी किया। इसके बाद देखते-देखते पूरे देश में अलग-अलग जगह छात्र विरोध के लिए सड़कों पर उतरे। भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने भी मामले में अपनी बात सामने रखी है।
सीएए को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन पर तमाम हस्तियां सोशल मीडिया पर अपनी बात सामने रख रही हैं। पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान भी इस फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं। इरफान ने रविवार रात एक ट्वीट करके अपने विचार सामने रखे। उन्होंने लिखा, 'राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप हमेशा जारी रहेंगे लेकिन मैं और हमारा देश अपने छात्रों को लेकर चिंतित हैं।'
अधिकारियों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने विरोध के दौरान पब्लिक बसों और दो पुलिस वाहनों को भी आग लगा दी जब उनकी टक्कर न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के करीब पुलिस से हुई। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के करीब हुए इस हिंसक विरोध ने छह पुलिसकर्मी और दो फायरमैन घायल हो गए।
इस पूरे मामले की शुरुआत जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों द्वारा हो रहे सीएए के विरोधे से शुरु हुआ लेकिन बाद में छात्र संघ कि उनका हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है और जो कुछ भी उग्र हुआ, उसके लिए बाहर से शामिल हुए अंजान लोग जिम्मेदार हैं।