- इरफान पठान ने बताया कि 2003 में पाक दौरे पर नहीं जाना चाहते थे
- पठान को कोच के जोर देने के कारण पाक दौरे पर जाना पड़ा
- पठान चाहते थे कि मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी का मैच खेलें
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने हाल ही में सुरेश रैना के साथ इंस्टाग्राम लाइव सेशन किया था। इस सेशन में दोनों क्रिकेटरों ने क्रिकेट से संबंधित कई विषयों पर बातचीत की और अपनी यादें भी फैंस से साझा की। इस बीच इरफान पठान ने खुलासा किया कि वह 2003 में भारतीय अंडर-19 टीम की तरफ से पाकिस्तान दौरे पर जाना ही नहीं चाहते थे। हालांकि, वह पाक दौरे पर गए और शानदार प्रदर्शन करने पर उन्हें राष्ट्रीय टीम में मौका मिला।
इरफान पठान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज किया और एडम गिलक्रिस्ट व मैथ्यू हेडन के विकेट लेकर सुर्खियां बटोरी। पठान में दोनों तरफ गेंद को स्विंग कराने की क्षमता थी, जो किसी भी बल्लेबाज के लिए मुश्किल खड़ी कर देती थी। इरफान पठान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदर्शन के दम पर भारत को कई मैच जिताए। वह 2007 वर्ल्ड टी20 फाइनल में मैन ऑफ द मैच भी रहे क्योंकि चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में धमाकेदार प्रदर्शन किया था।
पठान का खुलासा
इंस्टाग्राम लाइव सेशन के दौरान इरफान पठान ने खुलासा किया कि 2003 में वह पाकिस्तान दौरे पर जाना नहीं चाहते थे। उन्होंने कहा कि वह उस समय पाकिस्तान दौरे पर जाने के बजाय बड़ौदा के लिए रणजी ट्रॉफी मैच खेलना चाहते थे। 2007 वर्ल्ड टी20 चैंपियन टीम के सदस्य पठान ने कहा कि कोच ने उन्हें जाने के लिए कहा क्योंकि 14 साल में पहली बार भारतीय टीम पाकिस्तान के दौरे पर जा रही थी।
पठान ने रैना से कहा, 'मैं पाकिस्तान दौरे पर जाना नहीं चाहता था। हमारा रणजी ट्रॉफी में मुंबई से मैच होना था। मैंने शेट्टी सर से कहा कि मुंबई के खिलाफ मैच है और मैं अच्छे फॉर्म में हूं। अगर मैं मुंबई के खिलाफ प्रदर्शन करूंगा तो मेरा नाम जरूर उछलेगा। मगर उन्होंने कहा, 'नहीं, भारत 14 साल में पहली बार पाकिस्तान का दौरा कर रहा है। तुम अंडर-19 में पहले खेल चुके हो, इसलिए तुम्हें जाना होगा।' मैं बहुत निराश था, लेकिन किसको पता था कि मेरे लिए वहां क्या रखा था।'
रैना को याद है वो प्रदर्शन
सुरेश रैना ने कहा कि बांग्लादेश अंडर-19 टीम के खिलाफ पठान का प्रदर्शन उन्हें आज भी याद है। रैना के मुताबिक पठान को भारतीय टीम ने जल्दी पकड़ा क्योंकि उन्होंने उस दौरे पर 9 विकेट एक पारी में चटकाए थे। 33 साल के रैना ने कहा, 'मुझे लाहौर का मैच याद है, जब आपने दो हैट्रिक सहित 9 विकेट चटकाए और हर कोई आप ही की बातें कर रहा था। आप जब पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेल रहे थे तब तक ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आपका चयन हो चुका था।'