- ईबे पर नीलामी के लिए रखी गई है जोस बटलर की जर्सी
- अब तक लग चुकी है 12 हजार पाउंड की बोली
- नीलामी से मिली राशि की रॉयल ब्राम्पटन एंड हेयरफील्ड हास्पिटल की चैरिटी में जाएगी
लंदन: चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा है। इसकी चपेट में यूरोप के कई देश हैं जिसमें इटली, स्पेन और ब्रिटेन अहम हैं। इन तीनों देशों में हजारों की संख्या में लोगों ने कोविड 19 वायरस के कारण अपनी जान गंवाई है। ब्रिटेन में अबतक तकरीबन 2 हजार लोग इस जानलेवा वायरस का शिकार बन चुके हैं। ऐसे में इस वायरस के खिलाफ जंग में हर कोई अपने-अपने तरीके से योगदान कर रहा है।
ऐसे में जुलाई 2019 में विश्व विजेता बनी इंग्लैंड की टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर ने दो अस्पतालों के लिए फंड जुटाने के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप फाइनल की जर्सी को नीलाम करने का फैसला किया। 29 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज ने लार्ड्स में खेले गये विश्व कप फाइनल में इंग्लैंड की रोमांचक जीत में अहम भूमिका निभायी थी। उन्होंने पहले अर्धशतक बनाया था और फिर सुपर ओवर में बल्लेबाजी की थी। इसके अलावा उन्होंने मैच की अंतिम गेंद पर मार्टिन गुप्टिल को रन आउट भी किया था।
जर्सी पर सभी खिलाड़ियों के हैं हस्ताक्षर
बटलर ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट कि गये वीडियो में कहा कि इस जर्सी पर विश्व कप विजेता टीम के सभी सदस्यों के हस्ताक्षर हैं और इसे ईबे पर नीलाम किया जा रहा है। इससे मिलने वाली धनराशि रॉयल ब्राम्पटन एंड हेयरफील्ड हास्पिटल चैरिटी में जाएगी। उन्होंने कहा, 'हम सभी जानते हैं कि इस समय अस्पताल, चिकित्सक, नर्स और एनएचएस (राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा) अपना अमूल्य योगदान रहे हैं। उन्हें आने वाले समय में अधिक से अधिक सहयोग की जरूरत पड़ेगी।'
12 हजार पाउंड तक की लग चुकी है बोली
बटलर ने कहा, 'पिछले सप्ताह रॉयल ब्राम्पटन एंड हेयरफील्ड अस्पताल चैरिटी ने कोविड-19 से बचने की तैयारियों के लिये फेफड़े और हृदय रोगों से जुड़े दो अस्पतालों को जीवनदायनी उपकरण उपलब्ध कराने के लिये आपात अपील की थी। धनराशि जुटाने के उनके प्रयास के तहत मैं अपनी उस शर्ट को नीलाम कर रहा हूं जो पिछले साल मैंने विश्व कप फाइनल में पहनी थी। इस पर उस टीम में शामिल सभी खिलाड़ियों के हस्ताक्षर हैं।' ब्रिटिश टेलीविजन की नामी हस्ती पियर्स मोर्गन ने इस पर 10,000 पाउंड की बोली लगायी लेकिन जल्द ही यह बोली 12,000 पाउंड को पार कर गयी।