- कपिल ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की कंगाली का उड़ाया अप्रत्यक्ष रूप से मजाक
- कहा बीसीसीआई कर चुका है 51 करोड़ का दान, और जरूरत पर खोल देगा खजाना
- छह महीने तक क्रिकेट के बारे में न सोचे, लोगों की जिंदगी बचाना है अहम
नई दिल्ली: महान क्रिकेटर कपिल देव ने गुरुवार को शोएब अख्तर के कोविड-19 महामारी के लिये धन जुटाने के मद्देनजर भारत और पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की वनडे श्रृंखला के सुझाव को खारिज करते हुए कहा कि भारत को धन की जरूरत नहीं है और क्रिकेट मैच के लिये जिंदगियों का जोखिम लेने की जरूरत नहीं है।
अख्तर ने बुधवार को पीटीआई से बात करे हुए बंद स्टेडियम में श्रृंखला कराने का प्रस्ताव दिया था और कपिल ने कहा कि यह संभव नहीं है। कपिल ने पीटीआई से कहा, 'उनकी अपनी राय है लेकिन हमें धन जुटाने की जरूरत नहीं है। हमारे पास काफी है। हमारे लिये इस समय एक चीज अहम है कि हमारा प्रशासन मिलकर इस संकट से कैसे निपटता है। मैं टीवी पर राजनेताओं के काफी आरोप प्रत्यारोप देख रहा हूं और यह भी रूकना चाहिए।'
उन्होंने कहा, 'वैसे भी बीसीसीआई ने इस महामारी के लिये काफी बड़ी राशि (51 करोड़ रुपये) दान दी है और अगर जरूरत पड़ती है तो वह इससे भी ज्यादा दान दे सकता है, उसे इस तरह धन जुटाने की जरूरत नहीं है।'
विश्व कप विजेता टीम के पूर्व कप्तान ने कहा, 'हालात के इतनी जल्दी सामान्य होने की संभावना नहीं है और क्रिकेट मैच आयोजित करने का मतलब है कि अपने क्रिकेटरों को जोखिम में डालना जिसकी हमें जरूरत नहीं है।' कपिल ने कहा कि कम से कम अगले छह महीनों तक क्रिकेट मायने नहीं रखता। उन्होंने कहा, 'यह जोखिम लेने के लायक नहीं है। और आप इन तीन मैचों से कितनी राशि जुटा सकते हो। मेरे विचार से आप अगले पांच से छह महीनों तक क्रिकेट के बारे में सोच भी नहीं सकते।'
उन्होंने कहा कि इस समय ध्यान सिर्फ जिंदगियां बचाने पर और गरीबों की देखभाल करने का होना चाहिए जिन्हें लॉकडाउन में काफी मुश्किल हो रही है। कपिल ने कहा, 'जब चीजें सामान्य हो जायेंगी तो क्रिकेट शुरू हो जायेगा। खेल देश से बड़ा नहीं हो सकता। इस समय गरीबों की देखभाल की जरूरत है, उनके साथ इस लड़ाई में जो लोग लगे हैं जैसे अस्पताल के कर्मचारी, पुलिस और अन्य लोग।'