नई दिल्ली: बल्लेबाजी में विराट कोहली और रोहित शर्मा ने पिछले दशक में कीर्तिमानों की झड़ी लगा दी। कोई सा भी फॉर्मेट हो विराट का बल्ला जमकर चला। वहीं रोहित शर्मा ने सीमित ओवरों की क्रिकेट में धमाल मचाए रखा और किंग कोहली को लगातार चुनौती देते नजर आए। विराट के टेस्ट में भी बेस्ट साबित हुए उन्होंने कई बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम किए। लेकिन पूरे दशक में वो एक बार भी किसी भी साल सबसे बड़ी व्यक्तिगत टेस्ट पारी खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर सके।
ऐसे में करुण नायर ने टीम इंडिया की लाज बचाई। वो ऐसा खिलाड़ी है जो साल 2016 में टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ने वाले दूसरे भारतीय बने। लेकिन इस रिकॉर्ड तोड़ पारी को खेलने के बाद उनका करियर ग्राफ लगातार नीचे गिरता गया। चेन्नई में नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ 303 रन की नाबाद पारी खेली थी। उसके बाद खराब फॉर्म की वजह से उन्हें टीम से बाहर का रास्ता देखना पड़ा और दोबारा टीम में जगह नहीं बना पाए।
नायर पिछले दशक में भारत के लिए सबसे बड़ी टेस्ट पारी खेलने वाले बल्लेबाज रहे। इसके बाद विराट कोहली भारत के लिए सबसे बड़ी टेस्ट पारी खेलने के मामले में इस दशक में दूसरे पायदान पर रहे। उन्होंने पुणे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 254* रन की पारी खेली। उनके पास तिहरा शतक जड़ने का शानदार मौका था लेकिन उन्होंने पारी समाप्ति की घोषणा कर दी।
वॉर्नर ने खेली दशक की सबसे बड़ी पारी
पिछले दशक की सबसे बड़ी पारी ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर ने खेली। पाकिस्तान के खिलाफ एडिलेड में उन्होंने नाबाद 335* रन बनाए। उनके बाद इस मामले में दूसरे पायदान पर ऑस्ट्रेलिया के माइकल क्लार्क रहे। क्लार्क ने साल 2012 में भारत के खिलाफ 329 रन की पारी खेली थी।