- भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप 2021 के सुपर 12 राउंड से बाहर हुई थी
- केएल राहुल ने बताया कि भारतीय टीम अब क्या नई रणनीति अपनाएगी
- केएल राहुल ने बताया कि अगले कुछ दिनों में इस पर बात होगी
जयपुर: भारतीय क्रिकेट इतिहास में नए युग की शुरूआत होने जा रही है। हेड कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम आईसीसी ट्रॉफी जीतने के नए आयाम खोजेगी। भारतीय टीम नए युग की शुरूआत न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज से होगी। भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला 17 नवंबर को जयपुर में खेला जाएगा।
भारतीय टी20 टीम के नए उप-कप्तान बनाए गए केएल राहुल ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में कई विषयों पर बातचीत की। इस दौरान उनसे पूछा भी गया कि टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भारतीय टीम का सफर जल्दी समाप्त हो गया तो अब क्या नई रणनीति होगी। याद दिला दें कि विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम का टी20 वर्ल्ड कप 2021 में अभियान सुपर 12 राउंड में समाप्त हो गया था। भारत को अपने शुरूआती दो मुकाबलों में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के हाथों शिकस्त मिली थी। इसके अलावा भारतीय टीम ने अपने अगले सभी मुकाबले जीते, लेकिन वह नेट रन रेट के मामले में पिछड़ गए।
इसी के साथ भारतीय टीम के हेड कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त हुआ। विराट कोहली का बतौर टी20 कप्तान के रूप में यह आखिरी टूर्नामेंट था। इस तरह शास्त्री-कोहली युग का अंत हुआ और अब नए युग की शुरूआत हुई। बहरहाल, केएल राहुल ने कहा, 'टी20 वर्ल्ड कप में टीम जल्दी बाहर हो गई और अब हमें नए सिरे से रणनीति बनाने की जरूरत है। हम सभी को बैठकर फैसला लेना होगा कि बेहतर प्रदर्शन करने के लिए क्या किया जा सकता है। अगले कुछ दिनों में इस पर बातचीत होगी।'
राहुल द्रविड़ के साथ काम करने प पूरा ध्यान: राहुल
राहुल द्रविड़ के बारे में बात करते हुए केएल राहुल ने कहा, 'मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि राहुल द्रविड़ को लंबे समय से जानता हूं। अपने करियर की शुरूआत से ही मैंने उनकी सलाह पर अमल करके खेल को बेहतर समझा है और बल्लेबाजी की कला में खुद को निखारने की कोशिश की है। कर्नाटक में उन्होंने हम सभी की काफी मदद की है।'
राहुल ने आगे कहा, 'एक कोच के तौर पर वह सभी युवा खिलाड़ियों के साथ रहे हैं। उनका मुख्य कोच के रूप में आना उनसे काफी कुछ सीखने का मौका है। हम सभी को पता है कि वह कितना बड़ा नाम है और उन्होंने देश के लिये क्या कुछ किया है। मैंने भारत ए के लिये कुछ मैच खेले हैं और यहां अभ्यास के लिये आने से पहले उनके साथ संक्षिप्त बातचीत की। वह अच्छे टीम कल्चर के हिमायती रहे हैं और ऐसा माहौल बनाने पर फोकस रखते हैं कि बतौर क्रिकेटर और बतौर इंसान हम और बेहतर हो सकें।'