- कुलदीप यादव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था अपना टेस्ट डेब्यू
- चाइनामैन ने डेविड वॉर्नर को बनाया था अपना पहला टेस्ट शिकार
- धर्मशाला में टेस्ट डेब्यू कैप लेकर बहुत भावुक हो गए थे कुलदीप
नई दिल्ली: भारतीय टीम के चाइनामैन कुलदीप यादव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला में किए अपने टेस्ट डेब्यू को याद करते हुए रोचक किस्से सुनाए। कुलदीप यादव ने क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में ऑस्ट्रेलियाई ओपनर डेविड वॉर्नर को अपना पहला शिकार बनाया था। भारतीय सीमित ओवर टीम के नियमित सदस्य चाइनामैन ने बताया कि टेस्ट डेब्यू से पहले वह बेहद घबराए हुए थे क्योंकि वह बड़े मंच का दबाव महसूस कर रहे थे।
क्रिकबज के शो पर बातची करते हुए कुलदीप यादव ने बताया कि वह टेस्ट डेब्यू से पहले बहुत घबराए हुए थे। कुलदीप ने याद किया कि तब टीम इंडिया के हेड कोच अनिल कुंबले ने धर्मशाला में टेस्ट डेब्यू करने की जानकारी दी थी। बाएं हाथ के स्पिनर ने कहा, 'धर्मशाला में टेस्ट डेब्यू के समय मैं काफी भावुक हो गया था। मेरे लिए तब सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि किस तरह प्रदर्शन करना है। मुझे याद है कि मैच से एक दिन पहले अनिल सर मेरे पास आए और बोले- तुम कल खेलोगे, तुझे पांच विकेट लेना है।'
वो पल...
25 साल के रिस्ट स्पिनर ने आगे कहा, 'मैं एक सेकंड के लिए सन्न रह गया। फिर मैंने कहा- जी सर, मैं पांच विकेट लूंगा। शिवरामकृष्णन सर ने मुझे मेरी टेस्ट कैप दी। उन्होंने मुझे कुछ सलाह दी, जो मुझे याद नहीं क्योंकि मैं उस समय बिलकुल ब्लैंक था। मैं काफी दबाव महसूस कर रहा था। बहुत ज्यादा घबराया हुआ था। मुझे लग रहा था कि इतना बड़ा मंच है- यहां कैसे प्रदर्शन करूंगा। मगर लंच से पहले मैंने कुछ ओवर किए और राहत महसूस की।'
कुलदीप ने कहा, 'मैंने फैसला किया कि रणजी ट्रॉफी के मैच की तरह खेलूंगा। लंच के बाद मैंने डेविड वॉर्नर को आउट करने की योजना बनाई। मेरा प्लान था कि 2-4 फ्लाइट गेंद डालने के बाद सीधी गेंद डालूंगा। मैं उसे एक तेज गेंद डालूंगा। वो शायद बैकफुट पर जाकर खेलने की कोशिश करेगा तो या तो विकेटकीपर को कैच दे बैठेगा या फिर बोल्ड हो जाएगा। यही हुआ भी। वो मेरा पहला टेस्ट विकेट था। मैं बहुत भावुक हो गया था कि मेरे आंसू निकलने वाले थे।'
बता दें कि भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव ने मैच की पहली पारी में चार विकेट चटकाए थे। उन्हें दूसरी पारी में कोई विकेट नहीं मिला। भारतीय टीम ने यह मैच 8 विकेट से जीता था।