कोलकाता: भारत और बांग्लादेश के बीच कोलकाता के इडेन गार्डन्स में खेले जाने वाले डे-नाइट टेस्ट के आगाज में केवल दो दिन शेष बचे हैं। पिंक बॉल के साथ टेस्ट क्रिकेट खेलने का दोनों ही टीमों का यह पहला अनुभव होगा। ऐसे में दोनों ही टीमें इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच में उतरने के लिए नेट्स पर जमकर पसीना बहा रही हैं। ऐसे में मैदान के बाहर भी टीम संयोजन को लेकर भी बहस छिड़ी हुई है। ऐसे में टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर रहे हरभजन सिंह ने कुलदीप यादव को कोलकाता टेस्ट में खिलाए जाने की वकालत की है।
भज्जी का मानना है कि पिंक बॉल टेस्ट में कलाई का स्पिनर उगंलियों के स्पिनरों से ज्यादा प्रभावशाली साबित होगा। उन्होंने कहा, पिंक बॉल से उंगलियों के स्पिनरों की तुलना में कलाई वाले स्पिनरों को ज्यादा मदद मिलेगी क्योंकि पिंक बॉल की सीम काले धागे से बनी हुई होती है इसलिए इसे पढ़ना बल्लेबाज के लिए मुश्किल हो जाता है।'
कुलदीप यादव के पास पिंक बॉल से खेलने का अच्छा अनुभव है। वो साल 2016-17 में आयोजित दलीप ट्रॉफी में खेले थे और टूर्नामेंट के सबसे सफल गेंदबाज रहे थे। इंडिया रेड टीम की ओर से खेलते हुए कुलदीप ने 27.88 की औसत से 17 विकेट लिए थे। यदि इस बात को जहन में रखा जाए तो कोलकाता में चाइनामैन कुलदीप धमाल मचा सकता हैं। शाम के वक्त ओस की वजह से फिंगर स्पिनर को गेंद को ग्रिप करने में परेशानी होगी जबकि कुलदीप के साथ ऐसा नहीं होगा। काली सीम के साथ गेंद के रोटेशन को परखने में बल्लेबाज गलती कर बैठते हैं। इसी बात का फायदा कुलदीप को मिलेगा।
बेंच पर बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे कुलदीप को इशांत शर्मा की जगह टीम में शामिल किया जा सकता है। इशांत के पास भी दलीप ट्रॉफी में पिंक बॉल के साथ खेलने का अनुभव है। लेकिन वो उस टूर्नामेंट में फ्लॉप रहे थे। इंदौर टेस्ट में भी वो अपना धमाल नहीं दिखा सके ऐसे में कुलदीप के लिए इशांत को ही टीम से बाहर बैठना होगा। कुलदीप कोलकाता की पिच से भी अच्छी तरह वाकिफ हैं। उन्होंने आईपीएल में इस मैदान पर लंबे समय तक क्रिकेट खेली है। जिसका फायदा भी वो बांग्लादेश के खिलाफ उठा सकते हैं।