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5447 गेंदें, 1981 रनः वो था टेस्ट इतिहास का सबसे लंबा मैच, जानिए कितने दिन तक चला

Updated Mar 03, 2021 | 06:07 IST

आज के दिन क्रिकेट इतिहास में सबसे लंबा टेस्ट मैच शुरू हुआ था। डरबन में इंग्लैंड और मेजबान दक्षिण अफ्रीका के बीच वो मैच खेला गया था। उस मैच का अंत होता नहीं दिख रहा था।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
क्रिकेट इतिहास में 3 मार्च (Representative Image)
मुख्य बातें
  • आज की तारीख (3 मार्च), शुरू हुआ था सबसे दिलचस्प टेस्ट मैच।
  • 1939 में डरबन के मैदान पर आमने-सामने थीं इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका की टीमें
  • इतिहास का सबसे लंबा क्रिकेट मैच बन गया वो मुकाबला

नई दिल्ली। क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप ने काफी बड़ा सफर तय किया है। दशकों से चले आ रहे इस खेल की जड़ टेस्ट क्रिकेट ही रही है। आज बेशक टी20 और वनडे क्रिकेट का जमाना है लेकिन दिग्गज क्रिकेटर आज भी टेस्ट क्रिकेट को ही असली क्रिकेट मानते हैं। आज इस प्रारूप में 5 दिन तक टक्कर होती है लेकिन एक जमाना था जब ऐसा नहीं था। शुरुआत में बिना किसी समय सीमा के मुकाबले भी खेले जाते थे। ऐसा ही एक मैच था जिसे सबसे लंबे टेस्ट मैच का दर्जा हासिल हुआ। उसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी जगह मिली। वो अंतिम 'Timeless Test' था।

बात 1939 की है। इंग्लैंड की टीम दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर आई हुई थी। डरबन में मुकाबला खेला जाना था। डरबन टेस्ट में दक्षिण अफ्रीकी टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मैच की पहली पारी में मेजबान टीम ने 202.6 ओवर तक बल्लेबाजी करते हुए 530 रन बनाए। जिसमें पीटर वेन डर बील ने 125 रन और डडली नर्स ने 103 रनों की पारियां खेलीं। जबकि इंग्लैंड के रेग पर्क ने 5 विकेट लिए।

इंग्लैंड की पहली पारी

जवाब में उतरी इंग्लिश टीम अपनी पहली पारी में 117.6 ओवर तक बल्लेबाजी करने के बाद 316 रन पर सिमट गई। उनकी तरफ से विकेटकीपर बल्लेबाज लेस एमेस ने सर्वाधिक 84 रनों की पारी खेली। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से एरिक डाल्टन ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए। अब दक्षिण अफ्रीका को 214 रनों की बढ़त मिल चुकी थी।

दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी

इसके बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम बल्लेबाजी करने उतरी और उसने 142.1 ओवर तक बैटिंग की और कप्तान एलेन मेलविले की 103 रनों की पारी के साथ-साथ पीटर वेन डर बील के 97 रन, ब्रूस मिचेल के 89 रनों की पारियों के दम पर 481 रनों का स्कोर खड़ा किया। इस दौरान इंग्लैंड की तरफ से केन फार्न्स ने 4 विकेट लिए।

इंग्लैंड की दूसरी पारी, सामने था 696 रनों का लक्ष्य

इंग्लैंड की टीम के सामने अब 696 रनों का विशाल लक्ष्य था। उन्होंने बल्लेबाजी शुरू की तो फिर उनके बल्लेबाजों ने अलग ही रूप दिखाया। ओपनर हटन तो 55 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन दूसरे ओपनर पॉल गिब ने 120 रनों की पारी खेली। तीसरे नंबर पर बिल एडरिच ने 219 रनों की पारी खेली, चौथे नंबर पर कप्तान वॉली हैमंड ने 140 रनों की पारी खेली, पांचवें नंबर पर एडी पेंटर ने 75 रन बनाए। इसके बाद लेस एमेस (नाबाद 17) और ब्रायन वेलेंटाइन (नाबाद 4) खेल रहे थे। तब तक इस पारी में 218.2 ओवर हो चुके थे और इंग्लैंड 5 विकेट पर 654 रन बना चुकी थी।

कितने दिन हो चुके थे और कैसे खत्म हुआ मैच

दूसरी पारी के इस स्थिति तक पहुंचते-पहुंचते 12 दिन हो चुके थे। इसमें दो रेस्ट-डे भी शामिल थे। मैच के 12वें दिन इंग्लैंड को जीत के लिए अब बस 42 रन बनाने थे लेकिन ये मुकाबला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था, वहीं इंग्लिश टीम को दो दिन की रेल यात्रा करके केप टाउन पहुंचना था जहां वापसी के लिए उनका पानी का जहाज इंतजार कर रहा था। अब वो और देरी नहीं कर सकते थे इसलिए मैच को ड्रॉ घोषित किया गया।

बने ऐसे-ऐसे आंकड़े

इस मैच में कई बड़े रिकॉर्ड बने। एक मैच में सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड (1981 रन)। एक मैच में 6 शतकों का रिकॉर्ड। इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 5 विकेट पर 654 रन बनाए जो चौथी पारी में अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है। इस मैच में 5447 गेंदें फेंकी गईं और इस दौरान 35 विकेट गिरे।

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