नई दिल्ली: इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर पर टेस्ट मैच के दौरान नस्लीय टिप्पणी करने वाले शख्स के खिलाफ न्यूजीलैंड ने सख्त कदम उठाया है। 28 वर्षीय इस शख्स पर न्यूजीलैंड में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मैच देखने पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह घटना इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच पिछले साल नवंबर में खेले गए टेस्ट के आखिरी दिन हुई थी।
न्यूजीलैंड क्रिकेट के प्रवक्ता एंथोनी क्रमी ने कहा कि वह व्यक्ति 2022 तक न्यूजीलैंड में कोई अंतरराष्ट्रीय या घरेलू मैच नहीं देख सकेगा। इसका उल्लंघन करने पर उसे पुलिस कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। क्रमी ने कहा, 'हम जोफ्रा और इंग्लैंड टीम प्रबंधन से उस अप्रिय घटना के लिए फिर माफी मांगते हैं। इस तरह का बर्ताव पूरी तरह से अस्वीकार्य है।'
बता दें कि माउंट माउंगानुई में पहले टेस्ट समाप्त होने के बाद आर्चर ने ट्वीट कर कहा था कि एक दर्शक ने उन पर नस्लीय टिप्पणी की थी। उन्होंने लिखा था कि अपनी टीम को हार से बचाने के लिए बल्लेबाजी करते हुए आज नस्लीय अपमान का सामना करना थोड़ा निराशाजनक है। उस एक व्यक्ति के अलावा इस हफ्ते दर्शक शानदार थे। बार्मी आर्मी (इंग्लैंड के दर्शक) भी हर बार की तरह अच्छी थी।
हालांकि, आर्चर ने घटना कुछ दिन बाद कहा था कि वह नस्लीय टिप्पणी मामले को अब पीछे छोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा था कि मैं यह कहना चाहता हूं कि माउंट माउंगानुई में टेस्ट में जो कुछ हुआ है, उससे मैं ऊपर उठ चुका हूं। मैदान पर जो कुछ भी हुआ मैंने उसे छोड़ दिया है और मैं आगे बढ़ गया हूं। मुझे यह भी कहना चाहिए कि यह केवल एक व्यक्ति था जो चिल्ला रहा था। लेकिन मुझे यह वाकया शर्मनाक लगा।
इस मामले के सामने आने के बाद न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड (एनजेडसी) और न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने इस घटना के लिए आर्चर से माफी मांगी थी। न्यूजीलैंड के कप्तान ने कहा था यह डरवानी चीज है। उस देश में जहां कई संस्कृतियां वास करती हैं, वहां इस तरह की चीजों को तुरंत बस्ते में डाल देना चाहिए। उम्मीद करता हूं कि ऐसा दोबारा नहीं होगा। वहीं, बोर्ड ने कहा था कि जोफ्रा आर्चर से मौखिक दुर्व्यवहार की बात सुनकर स्तब्ध और निराश हैं। वे भले ही हमारे प्रतिद्वंद्वी हों लेकिन हमारे मित्र भी हैं और नस्ली दुर्व्यवहार कभी ठीक नहीं है।