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क्रिकेट के 'प्रोफेसर' ने बाबर-रिजवान की जोड़ी को दी इस जज्बे के साथ खेलने की सलाह

Updated Sep 18, 2022 | 19:26 IST

पिछले टी20 विश्व कप तक पाकिस्तानी टीम का हिस्सा रहे प्रोफेसर के नाम से विख्यात मोहम्मद हफीज ने पाकिस्तान की बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की सलामी जोड़ी को अपने जज्बे में सुधार करने की सलाह दी है।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान( साभार PCB)
मुख्य बातें
  • बाबर रिजवान की जोड़ी को लाना होगा तेजी से रन बनाने का जज्बा
  • ओपनिंग में धीमी शुरुआत के बाद बढ़ता है मध्यक्रम पर ज्यादा रन रेट से बल्लेबाजी करने का दबाव
  • जज्बे में बदलाव का मैच पर पड़ेगा ज्यादा प्रभाव, इसका कंसिस्टेंसी और सफलता पर पड़ सकता है खराब असर

कराची: प्रोफेसर के नाम से विख्यात पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मोहम्मद हफीज ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम की टी20 फॉर्मेट की कप्तान बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की सलामी जोड़ी को टी20 विश्व कप 2022 से पहले बड़ी सलाह दी है। हफीज ने बताया है कि इस सफल सलामी जोड़ी को बल्लेबाजी के किस पहलू में सुधार की जरूरत है।

बल्लेबाजी के जज्बे में बदलाव की है दरकार
हफीज ने कहा है कि बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की जोड़ी को बड़ा स्कोर खड़ा करने के जज्बा दिखाने की जरूरत है। पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच सात मैच की टी20 सीरीज के आगाज से पहले मीडिया के साथ चर्चा करते हुए हफीज ने कहा, मैंने ये बात पहले भी कहा चुका हूं कि बाबर और रिजवान की जोड़ी पाकिस्तान के लिए नंबर वन है। इन दोनों की जोड़ी ने पाकिस्तान को जीत दिलाने और पाकिस्तानी क्रिकेट को बड़ा करने में योगदान दिया है। लेकिन एक पहलू है जहां ये जोड़ी काम कर सकती है वो है इंटेंट (जज्बा)।

ऐसा करने से मैच पर पड़ेगा ज्यादा प्रभाव
हफीज ने आगे कहा, जज्बे से मेरा ताल्लुक ये है आप बड़ा स्कोर खड़ा करने के इरादे से मैदान में उतरें। बड़ा स्कोर बनाने की कोशिश में आप में कम कसिंस्टेंट और कम सफल हो सकते हैं लेकिन इसका मैच पर ज्यादा प्रभाव पड़ेगा।  

एशिया कप में पाकिस्तान का मध्यक्रम लगातार दबाव में दिखा। फाइनल में मध्यक्रम के नहीं चलने की वजह से उसे खिताब गंवाना पड़ा। टी20 विश्व कप के लिए चुनी गई टीम में भी मध्यक्रम की बल्लेबाजी में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है। पाकिस्तानी क्रिकेट पंडित इसे ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर बड़ी कमजोरी मान रहे हैं। 

शुरुआत में धीमी बल्लेबाजी से बढ़ता है मध्यक्रम पर दबाव
हफीज ने अंत में कहा, ये कैसे संभव है कि आप पॉवरप्ले के पूरे 6 ओवर में खेलें और आपका स्कोर 10 ओवर में केवल 60-65 तक ही पहुंचे। ऐसा होने पर बीच के ओवरों में बल्लेबाजों पर 12 रन के औसत से रन बनाने का दबाव पड़ता है और उन्हें बड़े स्कोर तक पहुंचने के लिए अपने दायरे से बाहर जाना पड़ता है। ये मुझे पूरी तरह गलत लगता है। 

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