- पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज ने भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज का किया आंकलन
- मोहम्मद यूसुफ ने बताया न्यूजीलैंड में टेस्ट सीरीज क्यों हारा भारत
- न्यूजीलैंड ने मेहमान टीम इंडिया को वनडे और टेस्ट सीरीज में दी थी करारी शिकस्त
कराची: भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सब कुछ सही चल रहा था। लगातार जीत मिल रही थी। फिर टीम इंडिया न्यूजीलैंड दौरे पर गई और उसने टी20 सीरीज में भी मेजबान टीम को 5-0 से रौंद दिया। हौसले बुलंद थे, लेकिन इसके बाद पहले वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप झेला और फिर टेस्ट सीरीज में भी टीम इंडिया को 0-2 से करारी हार का सामना करना पड़ा। भारत टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष टीम है, ऐसे में लंबे प्रारूप की हार पचाना मुश्किल है। पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ ने बताया है कि आखिर भारत का न्यूजीलैंड में ऐसा हाल क्यों हुआ।
पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ के मुताबिक न्यूजीलैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज में भारत की हार के लिए थकान और मेजबान टीम के तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन जिम्मेदार है। मोहम्मद यूसुफ ने कहा, ‘न्यूजीलैंड का उसकी धरती पर सामना करना हमेशा मुश्किल होता है और हाल के वर्षों में वे बेहतर ही हुए हैं। साथ ही मत भूलिए कि उनके पास कुछ शीर्ष तेज गेंदबाज हैं जिनका अनुकूल हालात में सामना करना आसान नहीं है।’’
बहुत क्रिकेट खेला जा रहा है
हालांकि भारतीय टीम की थकान की वजह यूसुफ ने व्यस्त कार्यक्रम को ही बताया। उन्होंने कहा, ‘‘न्यूजीलैंड ने भारत से बेहतर क्रिकेट खेला और कभी कभी मुझे लगता है कि आजकल इतना अधिक क्रिकेट खेला जा रहा है कि यह लाजमी है कि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी कभी ना कभी थक जाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड में भारतीय कप्तान विराट कोहली भी थके हुए लगे। यूसुफ ने कहा, ‘‘जब आप इतना अधिक क्रिकेट खेलते हो तो यह किसी के भी साथ हो सकता है। यही कारण है कि मैं सहमत हूं कि आधुनिक क्रिकेट में फिटनेस सबसे महत्वपूर्ण है।’’
मिस्बाह पर साधा निशाना
यूसुफ ने साथ ही सीनियर खिलाड़ियों मोहम्मद हफीज और शोएब मलिक की टीम में वापसी के लिए पाकिस्तान के मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिसबाह उल हक को भी निशाना बनाया। गौरतलब है कि पाकिस्तान के इन दो अनुभवी व उम्रदराज खिलाड़ियों की टीम में जगह पर पहले भी कई बार चर्चा होती रही है। हाल ही में हफीज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया लेकिन साथ ही ये भी कहा कि वो चाहते हैं कि अक्टूबर में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए उनको खेलने का मौका दिया जाए, जिसके बाद वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगे।