- धोनी की वापसी पर सहवाग ने दिया बेबाक बयान
- वीरू ने कहा कि चयनकर्ता अब धोनी से आगे बढ़ चुके हैं
- सहवाग ने कहा कि भारतीय टीम में धोनी कहां फिट होते हैं
अहमदाबाद: पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी की टीम इंडिया में वापसी मुश्किल नजर आ रही है। सहवाग ने कहा कि चयनकर्ता धोनी से आगे बढ़ चुके हैं और उनके विकल्प की खोज कर रहे हैं। 41 साल के सहवाग ने कहा, 'धोनी अब टीम इंडिया में कहां फिट होते हैं? रिषभ पंत और केएल राहुल फॉर्म में हैं। राहुल तो बहुत ही बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि धोनी के साथ जुड़े रहने की कोई जरुरत है।'
भारतीय टीम का हाल ही में संपन्न न्यूजीलैंड दौरे पर वनडे और टेस्ट सीरीज में प्रदर्शन बेहद खराब रहा। इस पर बात करते हुए सहवाग ने कहा, 'हमें स्वीकार करना होगा कि कीवी टीम वनडे और टेस्ट में भारतीय टीम से बेहतर साबित हुई। टी20 इंटरनेशनल मैचों में कीवी टीम नजदीकी मुकाबले हारी। फटाफट क्रिकेट में तुरंत वापसी करना हमेशा मुश्किल होता है।'
विराट के प्रदर्शन पर बोले सहवाग
भारतीय कप्तान विराट कोहली का न्यूजीलैंड दौरे पर बेहद खराब प्रदर्शन रहा। वह पूरे दौरे पर केवल एक अर्धशतक जमा सके। उनके फॉर्म के बारे में बात करते हुए सहवाग ने कहा, 'विराट कोहली दिग्गज बल्लेबाज हैं, लेकिन सभी महान बल्लेबाजों के साथ ऐसा हो जाता है। आप सचिन तेंदुलकर, स्टीव वॉ, जैक्स कैलिस और रिकी पोंटिंग को देख सकते हैं कि ये सभी खराब दौर से गुजर चुके हैं।'
टी20 विश्व कप का दावेदार कौन?
वीरेंद्र सहवाग से जब पूछा गया कि इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप खिताब का प्रबल दावेदार कौन है, तो वीरू ने कहा कि किसी टीम को खिताब का दावेदार बताना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि इस प्रारूप के नेचर पर अनुमान नहीं लगाया जा सकता। कोई एक खिलाड़ी भी अपना दिन होने पर पूरी बाजी पलट सकता है। उन्होंने कहा, 'भारतीय टीम में हार्दिक पांड्या की वापसी से बड़ा बदलाव आएगा। जब हार्दिक जैसा क्षमतावान ऑलराउंडर टीम में आ जाए तो पूरा संयोजन बदल जाएगा।'
गुजराज के रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए सहवाग ने कहा कि पारंपरिक पावरहाउस इस समय बदलाव की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। हालांकि, सौराष्ट्र, गुजरात और बंगाल के पास पूरे रणजी सीजन में महत्वपूर्ण खिलाड़ी उपलब्ध रहे और इसका नतीजा यह रहा कि उनका प्रदर्शन काफी निरंतर रहा। सहवाग ने कहा, 'उदाहरण के तौर पर दिल्ली को विराट, शिखर, रिषभ और इशांत जैसे दिग्गजों की कमी खली, जो अधिकांश समय राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करने में व्यस्त रहे। जब दिल्ली के लिए दिग्गज खिलाड़ियों ने रणजी ट्रॉफी का मैच खेला तो टीम कम से कम सेमीफाइनल तक जरूर पहुंची।'