- मुश्फिकुर रहीम नीलाम करेंगे अपना सबसे चहेता बैट
- इस बैट से जड़ा था टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक
- लोगों की जान से बढ़कर कुछ भी नहीं, दुख और संकट की घड़ी में करनी चाहिए उनकी मदद
ढाका: बांग्लादेश के सबसे सफल टेस्ट क्रिकेटर्स में से एक मुश्फिकुर रहीम ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में योगदान देने के लिए अपने सबसे फेवरेट बैट को नीलाम करने का फैसला किया है। विकेटकीपर बल्लेबाज मुश्फिकुर ने इस बल्ले से टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक जड़ा था। लेकिन देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए रोगियों की मदद के लिए ये उन्होंने ये कदम उठाया है।
जड़ा था बांग्लादेश के लिए पहला दोहरा शतक
32 वर्षीय मुश्फिकुर ने करियर में पहला दोहरा शतक 2013 में श्रीलंका के खिलाफ गॉल में जड़ा था। वो बांग्लादेश के लिए टेस्ट शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। उन्होंने 321 गेंद में 200 रन की पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने 22 चौके और एक छक्का जड़ा था। इसी मैच के दौरान मोहम्मद अशरफुल ने 190 रन की पारी खेली थी और पहला दोहरा शतक जड़ने से महज 10 रन से चूक गए थे।
बैट से है खास लगाव
ये बैट मुश्फिकुर के लिए बेहद खास है लेकिन वो मौके और वक्त की नजाकत को देखते हुए ये कदम उठा रहे हैं। ताकि कोराना पीड़ितों की मदद कर सकें। इस बैट के साथ लगाव के बारे में मुश्फिकुर ने कहा, निश्चित तौर पर ये मेरे लिए खास है क्योंकि ये इतिहास से जुड़ा है। हर खिलाड़ी अपने देश के लिए पहला दोहरा शतक जड़ने वाला नहीं बन सकता। मेरा इस बैट के साथ स्पेशल नाता है। लेकिन लोगों के जीवन से बड़ा और कुछ नहीं है। इसलिए मैंने इस बैट को नीलाम करने का फैसला किया है।
लोगों की जान से बड़ा कुछ नहीं
उन्होंने आगे कहा, मेरा मानना है कि अगर ये त्याग करके मैं एक या दो लोगों की भी मदद कर सका तो ये मेरे लिए बड़ी उपलब्धि होगी। यदि मुझे इस बैट की नीलामी के दौरान सही प्रतिक्रिया मिली तो मेरे पास नीलाम करने के लिए और भी चीजें हैं। मुझे नहीं लगता कि दुख और परेशानी का सामना कर रहे लोगों की मदद करने से बड़ी और कोई चीज है।
बांग्लादेश के लिए खेली है सबसे बड़ी टेस्ट पारी
मुश्फिकुर बांग्लादेश के लिए टेस्ट क्रिकेट में तीन दोहरे शतक जड़ चुके हैं। वो ऐसा करने वाले एकलौते बल्लेबाज हैं। साल 2018 और 2020 में उन्होंने जिंबाब्वे के खिलाफ दोहरे शतक जड़े हैं। बांग्लादेश के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलने का रिकॉर्ड भी उनके नाम ही दर्ज है। उन्होंने जिंबाब्वे के खिलाफ नाबाद 219* रन बनाए थे। ये पारी खेलकर उन्होंने तमीम इकबाल का रिकॉर्ड तोड़ा था।
पहले ही दान कर चुके हैं आधी तनख्वाह
इस मुश्किल की घड़ी में मुश्फिकुर ने अपनी आधी तनख्वाह दान कर दी है। बांग्लादेश में कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। अब तक यहां 2,456 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और 91 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। दुनिया के अन्य देशों की तरह बांग्लादेश में भी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन है।