वलसाड (गुजरात): कुछ खिलाड़ियों की उम्र बढ़ती रहती है लेकिन इसका उनके प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ा। गुजरात क्रिकेट टीम के 34 वर्षीय कप्तान पार्थिव पटेल भी उन्हीं में से एक हैं। गुरुवार को उनके 27वें प्रथम श्रेणी शतक की बदौलत गुजरात ने यहां गोवा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल के पहले दिन चार विकेट पर 330 रन बना डाले। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने गोवा के गेंदबाजों के खिलाफ 15 चौके जमाते हुए सरदार पटेल स्टेडियम में 156 गेंद में नाबाद 118 रन बना लिये। इसके साथ ही उन्होंने एक रिकॉर्ड लिस्ट में भी अपने नाम दर्ज करा लिया।
बल्लेबाजी का फैसला करने के बाद गुजरात के सलामी बल्लेबाज समित गोहिल (52) और प्रियांक पंचाल (28) ने पहले विकेट के लिये 64 रन जोड़े। लेकिन पंचाल विकेट गंवा बैठे और भार्गव मेराई (113 गेंद में 84 रन) क्रीज पर उतरे। वहीं गोहिल अच्छी शुरूआत का फायदा उठाकर इसे लंबी पारी में नहीं बदल सके और बायें हाथ के स्पिनर दर्शन मिसाल की वाइड गेंद पर स्लिप में खडे़ स्नेहल कौंथाकर को कैच देकर आउट हुए। इस समय गुजरात का स्कोर दो विकेट पर 107 रन था।
तीसरे विकेट के लिए शानदार साझेदारी
इसके बाद पार्थिव पटेल और मेराई ने जिम्मेदारी से खेलते हुए तेजी से रन बटोरे और गोवा के कमजोर आक्रमण का फायदा उठाया। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 139 रन की भागीदारी की और गोवा को वापसी का मौका नहीं दिया। मेराई ने अपनी पारी के दौरान 12 चौके जमाये, हालांकि वह अपना आठवां प्रथम श्रेणी सैकड़ा नहीं जमा सके और 84 रन पर आउट हो गये। लेग ब्रेक गेंदबाज अमित वर्मा (73 रन देकर दो विकेट) ने गोवा को सफलता दिलायी और मेराई का विकेट झटका। वर्मा ने फिर मनप्रीत जुनेजा (01) का विकेट लिया।
रणजी नॉकआउट में दूसरा शतक
तेजी से दो विकेट गिरने के बावजूद पटेल की पारी पर कोई असर नहीं दिखा। उन्होंने वर्मा की गेंद पर पैडल स्वीप से 13वां चौका जमाया और अपना शतक पूरा किया। छठे नंबर पर उतरे चिराग गांधी (नाबाद 40 रन) ने पटेल का पूरा साथ निभाया। पटेल का रणजी नॉकआउट में यह दूसरा शतक है, इससे पहले उन्होंने मुंबई के खिलाफ 2016-17 फाइनल में सैकड़ा जमाया था।
11 हजारी भी बने
इसके साथ ही पार्थिव पटेल ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपने 11,000 रन भी पूरे कर लिए। इस मैच से पहले पार्थिव पटेल ने 192 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैचों में 10988 रन बनाए थे लेकिन अब वो 11 हजार का आंकड़ा पार कर चुके हैं। पार्थिव ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 27 शतक और 61 अर्धशतक जड़े हैं। पार्थिव ने तीन साल पहले प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपने 10 हजार रन पूरे किए थे।
18 साल पहले शुरू हुआ था करियर लेकिन..
पार्थिव पटेल अपनी कप्तानी में पहली बार गुजरात को रणजी ट्रॉफी खिताब जिताने का कमाल भी किया लेकिन धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने के बाद से इस खिलाड़ी को राष्ट्रीय टीम में ज्यादा मौका नहीं मिल सका जबकि उन्होंने 18 साल पहले 2002 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था और डेब्यू करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी बने थे। तब से अब तक पार्थिव ने कुल 25 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उनके नाम 934 रन दर्ज हैं।